आज देश का बजट पेश किया गया जिसमे सभी वर्ग के लिए कुछ न कुछ राहत पेश की गई. हालाँकि माध्यम वर्गीय जनता को इस बजट से जो उम्मीदें थी उस पर यह बजट खरा नहीं उतर सका. वहीँ जैसा हर बार देखने को मिलता था कि बजट के बाद से शेयर बाजार में बहुत उछाल देखने को मिलता था लेकिन इस बार ठीक इसके विपरीत देखने को मिला है. बजट पेश होने के बाद शेयर बाजार औंधे मुँह गिर पड़ा. वहीँ आम जनता को इस बजट से कोई राहत नहीं मिली है. नौकरी पेशा लोगों को भी टैक्स में कोई छूट नहीं मिली. इस बार का सारा फोकस सिर्फ और सिर्फ किसानो पर रहा. किसानो के बाद जो थोड़ा बहुत फायदा हुआ वह गरीब तबके के लोगों को दिया गया. गरीबों को ध्यान में रखते हुए कई योजनाए लागू की गई. स्वास्थ सम्बन्धी कई योजनाए बनाई गई है और कई स्वस्थ केन्द्रो को स्थापित करने की पेशकश की गई है. इसके अलावा डिजिटल इंडिया पर जोर दिया गया है, अब देश में कारोबार करना भी आसान होगा. इस पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि - "इस बार हमारा पूरा ध्यान किसानो पर था." वही इस बजट के बाद मोदी ने देश की जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस बार का बजट सभी को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया है. इस बजट पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि - "देश के ग़रीबों, गावों, किसानो, बुज़ुर्गों को ध्यान में रख कर बेहतरीन योजनाएं हैं, PM का अभिनन्दन और FM को बधाई." आम बजट की 10 बड़ी बातें बजट 2018 : आम जनता को एक मात्र राहत, पेट्रोल-डीजल 2 रुपये सस्ता अहंकारी सरकार का विनाशकारी बजट -अखिलेश