अयोध्या : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में कहा कि राम मंदिर का मसला बातचीत से सुलझाना जाना चाहिए. अब तो कई मुस्लिम संगठन भी राम जन्मभूमि हिंदू समाज को सौंपने को तैयार हो गए हैं. इस मौके पर योगी ने अयोध्या के विकास के लिए 350 करोड़ की योजनाओं की घोषणा भी की. बता दें कि सीएम योगी बुधवार को हनुमान गढ़ी में दर्शन को पहुंचे. यहां रामलला के दर्शन से पहले बजरंगबली के दर्शन की परंपरा है. योगी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि के विवाद का हल बातचीत से जल्द होना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने भी संवाद का एक मौका दिया है. बाद में रामलला के दर्शन के बाद योगी सरयू के किनारे पहुंचे. योगी ने यहां विधि-विधान से पूजा और सरयू की आरती उतारी. बाद में सीएम योगी ने कहा कि सभी मुस्लिम भी मंदिर बनने के हिमायती हैं. लखनऊ के कई मुस्लिम संगठनों ने राम जन्मभूमि हिंदू समाज को सौंपने की बात कही है. ऐसी बातें लगातार आ रही हैं. गौरतलब है कि आज योगी ने अयोध्या के विकास के लिए 350 करोड़ की योजनाओं की घोषणा की. इसमें 50 करोड़ से अयोध्या की सड़कों की मरम्मत, अयोध्या को 24 घंटे बिजली, अयोध्या में एलईडी स्ट्रीट लाइट, परिक्रमा मार्ग की मरम्मत, सरयू में गिरने वाले नालों के लिए एसटीपी, सरयू के किनारे आरती के काम शामिल हैं, हालांकि इतना सब कुछ होने के बाद भी अयोध्या में दो चीज़ें नहीं बदलीं, एक तो यहां के हालात और दूसरे मंदिर को सियासी मुद्दा बनाने की कोशिशें. योगी की इस यात्रा को बीजेपी के मंदिर मुद्दे को फिर गर्माने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. यह भी देखें सपा एमएलसी नवाब अयोध्या के राम मंदिर निर्माण के लिए देंगे 15 करोड़ अयोध्या पहुंचे CM आदित्यनाथ, किए रामलला और सरयू नदी के दर्शन