नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल को आज एक साल पूर्ण हो गया है, लेकिन गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव की हार ने योगी सरकार के 1 साल पूरा होने के जश्न को फीका कर दिया है. उपचुनाव परिणाम आने से पहले सरकार इस आयोजन को बड़े भव्य तरीके से मनाने की तैयारियां कर रही थी लेकिन नतीजों ने भाजपा के मंसूबों पर पानी फेर दिया. अब सरकार ने तय किया है कि जश्न मनाया जाएगा लेकिन उसका स्वरूप बहुत ही छोटा होगा. सरकार ने इस कार्यक्रम का नाम '1 साल बेमिसाल' रखा है. हालांकि आधिकारिक तौर पर सरकार की तरफ से इस कार्यक्रम के स्वरूप को लेकर अभी तक मीडिया को कोई जानकारी नहीं दी गई है. मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी गठबंधन ने पिछले साल 325 सीटें जीतकर सत्ता में 2002 के बाद वापसी की थी. बीजेपी ने अकेले दम पर 311 सीटों पर जीत हासिल की थी. प्रचंड बहुमत वाली सरकार की कमान योगी आदित्यनाथ के हाथों में सौपीं गई थी और 19 मार्च 2017 को योगी ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. आपको बता दें कि, प्रदेश में बीजेपी सरकार बनने के बाद सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के बाद कासगंज में सांप्रदायिक दंगा दूसरी बड़ी घटना थी, जिससे प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कड़े सवाल उठे हैं. कासगंज के अलावा अपटा गांव का ब्राह्मण-यादव संघर्ष, गोरखपुर में ऑक्सीजन की कमी से सैकड़ों बच्चों की मौत, नोएडा में जिम ट्रेनर का संदेहास्पद एनकाउंटर जैसे कई कलंक योगी के शासनकाल में लगे हैं. मुख्यमंत्री पद से हटाए जा सकते है योगी आदित्यनाथ समाज में अपनी छवि गढ़ते सीएम योगी यूपी में बिजली वितरण अब निजी हाथों में