हर व्यक्ति अपने भाग्य का निर्माता स्वयं ही होता है. उसके कर्मों में ही उसकी ग्रोथ होती है .ऐसा तो आपने देखा ही होगा की कई बार आप वर्कप्लेस पर काम में इतना डूब जाते हैं कि अपने कॅरियर के बारे में सही से विचार ही नहीं कर पाते हैं. अगर आप नए साल पर अपने कॅरियर को नई ऊर्जा देना चाहते हैं तो इन बातों का खास खयाल जरूर रखें- विश्लेषण करें कुछ इस तरह से - आप खुद के बारे में विश्लेषण करें. पता करें कि आपको कॅरियर में क्या चीज खुशी देती है. पता करें कि कॅरियर में होने वाली आने वाली समस्याओं से आप खुद को किस तरह से बचा सकते हैं. अगर आप सही तरह से खुद का विश्लेषण करते हैं तो समस्या को आसानी से दूर कर सकते हैं. प्रोएक्टिव की हो चाह - छोटे-छोटे कदमों से जीवन में बड़े बदलाव होते हैं. इसलिए प्रोएक्टिव बनें और नई पहल करें. वर्कप्लेस पर नई जिम्मेदारियां लें और उन्हें पूरे जोश के साथ पूरा करें. अपने मैनेजर से पूछें कि आप कंपनी के लिए क्या खास कर सकते हैं. फ्लेक्सिबल बनने का पूर्ण प्रयास - अगर आप लीक से हटकर कॅरियर को नई दिशा देना चाहते हैं तो फ्लेक्सिबल बनें और आगे के बारे में विचार करें. कभी भी छोटी-छोटी बातों के लिए न अड़ें. खराब स्थिति के लिए कभी भी कंपनी को दोषी न ठहराएं, बल्कि खुद समाधान का हिस्सा बनें. नई चीजें सीखें का अवसर प्राप्त करें - अगर आप वर्कप्लेस पर नई चीजें सीखते हैं तो आपको कॅरियर में कई नए रास्ते नजर आते हैं. आपको काम के दौरान कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करते रहना चाहिए. नए रास्तों, नए प्रोजेक्ट और नए लोगों के संपर्क में रहें. इससे आपको आगे बढऩे की प्रेरणा मिलती है. सबकी मदद करें कुछ इस तरह से - अगर आप वर्कप्लेस पर ऊर्जावान रहना चाहते हैं तो आपको सबकी मदद करनी चाहिए. जब आप किसी व्यक्ति की मदद करते हैं तो आप कई नई चीजें सीखते हैं. किसी की मदद करने पर वह व्यक्ति हमेशा के लिए आपका बनकर रह जाता है. इस नेटवर्किंग का भविष्य में फायदा होता है. राजस्थान में संभागीय व्यवस्था की शुरुआत कब हुई? राजस्थान में 24 नये जिले प्रस्तावित किस कमेटी ने किये? राजस्थान उर्दू अकादमी संस्थान कहाँ स्थित हैं?