अपने सॉफ्टवेयर्स में फेर बदल करते रहने वाला गूगल अब जल्द ही ऐसी सेटिंग्स ले कर आने वाला है, जिससे आप किसी देश का कोड डालकर उस देश की गूगल सर्च सर्विसेज या मैप्स का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. यह नियम एक देश से दूसरे देश ट्रैवल करने वाले लोगों पर भी लागू होगा. जैसे की अगर आप भारत से यूएस जा रहे हैं, तो आप यूएस में भारत का कोड डालकर कुछ सर्च नहीं कर सकेंगे. आपको वही दिखेगा जो यूएस के सर्च इंजन पर कस्टमाइज्ड होगा. कंट्री सर्विसेज से किसी देश का कंट्री कोड टॉप-लेवल डोमेन नेम्स (ccTLD) में फर्क करने के काम आती हैं. जैसे, फ्रांस में गूगल का डोमेन नेम google.fr या इंग्लैंड में google.com.uk है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'गूगल किसी देश की सेवाएं पाने के लिए उसका टॉप लेवल डोमेन खुद एंटर करने की प्रैक्टिस को बंद करना चाहता है.' इस रिपोर्ट में बीते शुक्रवार लिखा गया था कि, 'आज से, कंट्री सर्विसेज को डोमेन के आधार पर तय नहीं किया जा सकेगा. बिना गूगल के ccTLD में बदलाव किए आप वही कंट्री सर्विस इस्तेमाल कर पाएंगे जो आपकी लोकेशन के मुताबिक आपको मिलेगी.' गूगल की जीमेल और यूट्यूब सर्विसेज पहले से ही इसी तरह काम करती हैं. टेक्नोलॉजी में पढिये नए गैजेट्स, इंस्ट्रूमेंट्स, मोबाइल अप्प्स से जुडी मज़ेदार बातें और किस तरह आप भी बन सकते है स्मार्ट मोबाइल यूजर. बच्चो को बचाएँ इन हॉरर गेम्स से इंटरनेट पर मौजूद अभी तक के मोस्ट हॉरर गेम्स आप रहेंगे घर से आउट और अमेज़न से सामान होगा घर में इन, जानें कैसे...