मुंबई: केरल में लव जिहाद, धर्मान्तरण और आतंकवाद की क्रूर सच्चाई दिखती फिल्म 'द केरल स्टोरी' (The Kerala Story) बॉक्स ऑफिस पर लगातार धमाल मचा रही है। कुछ राज्यों में प्रतिबंधित करने के बावजूद फिल्म बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है। अब जानकारी मिली है कि फिल्म के क्रू मेंबर को धमकी भरा मैसेज आया है। जिसके बाद मुंबई पुलिस ने मामले में पीड़ित व्यक्ति को सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया है। हालांकि, अभी इस संबंध में केस दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस के अनुसार, फिल्म 'द केरल स्टोरी' के क्रू मेंबर को एक अनजान नंबर से धमकी भरा मैसेज आया है। मुंबई पुलिस के मुताबिक, फिल्म 'द केरल स्टोरी' के डायरेक्टर सुदीप्तो सेन ने पुलिस को बताया है कि क्रू मेंबर्स में से एक को एक अनजान नंबर से मैसेज प्राप्त हुआ। पुलिस ने बताया कि, 'संदेश ने उक्त व्यक्ति को घर से अकेले बाहर नहीं निकलने की धमकी देते हुए कहा कि उन्होंने कहानी दिखाकर अच्छा काम नहीं किया।' पुलिस ने क्रूब मेंबर को सुरक्षा प्रदान की, मगर FIR दर्ज नहीं की गई, क्योंकि उन्हें अभी तक लिखित तहरीर नहीं मिली है। बता दें कि, केरल और तमिलनाडु के कई सिनेमाघरों में फिल्म के बैन होने के बाद पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने भी 'द केरल स्टोरी' पर प्रतिबंध लगा दिया है। सीएम ममता ने इस फिल्म की कहानी को सीधे ही मनगढ़ंत करार देते हुए फिल्म पर बैन लगाने का ऐलान कर दिया। साथ ही उन्होंने ये आशंका भी जताई कि, ये लोग अब बंगाल फाइल्स (संभवतः 'डायरेक्ट एक्शन डे' पर) बनाने वाले हैं। हालाँकि, गौर करने वाली बात ये भी है कि, एक तरफ जहाँ ममता बनर्जी इस फिल्म को मनगढंत बता रहीं हैं, वहीं केरल के 2 पूर्व मुख्यमंत्री और एक पूर्व DGP खुद राज्य में लव जिहाद, धर्मान्तरण और आतंकवाद की बात को स्वीकार कर चुके हैं। केरल में जिहाद को लेकर क्या हैं पूर्व मुख्यमंत्रियों के बयान :- हालाँकि, केरल के पूर्व मुख्यमंत्री अच्युतानंद और ओमान चांडी (कांग्रेस) खुलकर केरल में लव जिहाद और लड़कियों के धर्मान्तरण की बात स्वीकार चुके हैं। 2010 में केरल के तत्कालीन सीएम वीएस अच्युतानंदन ने PFI, केरल में कट्टरपंथी इस्लामिक धारा को लेकर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि- PFI अगले 20 वर्षों में पैसे और शादियों (लव जिहाद) का इस्तेमाल करके 'केरल' को इस्लामी राज्य बना देगा। उन्होंने स्पष्ट कहा था कि कट्टरपंथी, युवाओं का धर्मांतरण कर रहे हैं। ऐसा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को बाकायदा पैसे भी दिए जा रहे हैं और उन्हें गैर-मुस्लिम लड़कियों से शादी करने के लिए भी कहा जा रहा है। केरल कांग्रेस के एक और पूर्व सीएम ओमन चांडी ने 25 जून 2012 को विधानसभा के पटल पर एक आंकड़ा रखा था। उन्होंने बताया था कि 2006 से लेकर 2012 के बीच 2500 से अधिक गैर-मुस्लिम लड़कियों को जबरन इस्लाम कबूल करने के लिए बाध्य किया गया है। वहीं, वर्ष 2017 में केरल के पूर्व DGP टीपी सेनकुमार ने भी स्वीकार किया था कि केरल में 'लव जिहाद' एक क्रूर सच्चाई है, जिसे नकार नहीं सकते। उन्होंने कहा था कि कई लड़कियां इसका शिकार बनी और क्रूर मानसिकता वाले आतंकी संगठन ISIS में भर्ती हुईं, हालाँकि उन्होंने स्पष्ट आंकड़ा नहीं बताया था। यहाँ तक कि, केरल का सिरो मालाबार चर्च भी बीते कई वर्षों से ईसाई लड़कियों के धर्मांतरण को लेकर लव जिहाद का मुद्दा उठता रहा है। इन बयानों को देखने से ये बात तो सत्य लगती है कि, केरल में कई लड़कियों का धर्मान्तरण हुआ है और उनमे से कई आतंकी बनने के लिए दूसरे देशों में भेज दी गई हैं। लेकिन, आंकड़े और ठोस सबूत सामने न आने के कारण सभी चुप हैं, हालाँकि, पूर्व मुख्यमंत्रियों ने जब ये स्वीकार किया है तो सबूत जरूर होंगे। 'कांग्रेस-PFI एक ही थाली के चट्टे-बट्टे..', SDPI-Congress के गठबंधन पर ऐसा क्यों बोले जेपी नड्डा ? 'जिस सिनेमाघर ने The Kerala Story दिखाई, उसमे तोड़फोड़ कर देंगे..', कांग्रेस विधायक इरफ़ान अंसारी की खुली धमकी The Kerala Story: प्यार, धर्मान्तरण और आतंकवाद..! दिल दहला देगी इन 3 लड़कियों की कहानी