अक्सर हम देखते हैं की हमारे साथ कुछ भी अच्छा नही हो रहा है और आये दिन हमें कोई न कोई नुकसान का सामना करना ही पड़ता है। और इसी नुकसान के चलते आप भी यह सोंचते होंगे की आखिर ऐसा आपके साथ ही क्यों हो रहा है? और इसे जानने के लिए आप न जाने कितने प्रकार के काम भी करते होंगे। आज हम आपको इन्ही चीजों से जुड़ी कुछ बाते बताने जा रहे हैं। जिसके माध्यम से आप भी यह पता कर सकते है की आपके साथ यह नुकसान क्यों हो रहा है। वास्तव में देखा जाए तो यह नुकसान हमारी ही कुछ रोजमर्रा की गलतियों की वजह से हो रहा है। जिसे आप अंजाने मे कर बैठते है और फिर इसका किसी न किसी तरह से खामियाजा भुगतना पडता है। तो चलिए देखते हैं की वह कौन-कौन सी गलती है जो हम रोज कर रहे है? अक्सर कई लोग घर की छत पर आनाज या बिस्तर सूखनें के लिए रख देते हैं। जब वह सूख जाये तो उन्हें वहाँ से हटा लेना चाहिए। उन्हें छत पर छोड़ना नहीं चाहिए। ऐसा करनें से सुसराल पक्ष से सम्बन्ध कभी मधुर नहीं होते हैं। ऐसा माना जाता है कि फल खानें के बाद उनके छिलकों को घर के कूड़ेदान में कभी भी नहीं फेंकना चाहिए। जब भी फल खाएं तो उसके छिलके किसी जानवर को खिला दें या बाहर फेंक दें। जब भी स्नान करें शरीर पोछने के लिए हमेशा सूखे तौलिये का प्रयोग करें। ऐसा माना जाता है कि नहानें के बाद गिले तौलिये से पोछ्नें पर बच्चे निष्ठुर हो जाते हैं। साथ ही उनके व्यवहार में भी कठोरता आ जाती है और परिवार वालों से दूरी भी बढ़ जाती है। कई लोग घर से निकलते हैं तो सब एक साथ चलते हैं ऐसा भूलकर भी ना करें। सभी लोग आगे-पीछे करकें जाएँ। इससे समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा बनी रहती है। जीवन में कभी भी ज्यादा आलस्य नहीं करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि आलसी व्यक्ति के लिए जीवन अंधकारमय होता है। आलस की वजह से उन्हें जीवन में कोई भी चीज नहीं मिलती है। अपनी मृत्यु के बारे में हमेशा सोचकर रखें। जो लोग जीवन में अच्छे कर्म नहीं करते हैं उन्हें नर्क की आग में जलना पड़ता है। इसलिए जीवन में अच्छे कर्म ईश्वर का ध्यान करके संसार के इस भवसागर से पार पायें। ऊँघना अच्छी बात नहीं होती है। जो व्यक्ति हर समय अर्धनिद्रा में होता है उससे माँ लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होती हैं और उससे दूर चली जाती हैं। ये 4 राशि वाले लड़कों पर लडकियां खुद फ़िदा हो जाती है नवरात्रि के शुभ पर्व पर करें सारी बाधाओं का अंत घर की पहली रोटी दें इस जानवर को, कभी ख़त्म नहीं होगा अन्न नवरात्री के नौवें दिन इसलिए कराया जाता है नौ कन्याओं को भोजन