किसी ने सच ही कहा कि ‘इंसान अपनी गलतियों से ही बहुत कुछ सीखता है’. लेकिन ये बात इन मंदबुद्धि लोगों पर फिट नहीं बैठती. ये लोग बार-बार ऐसी गलतियां करते हैं जिससे लगता है कि ये कभी सुधरेंगे नहीं. गलतियों को अंजाम देने वाले इन लोगो का दिमाग हद से ज़्यादा ही चलता है, तभी तो ये प्याज की बोरी में भुट्टे रख देते हैं. ये पुरुषों के शौचालय पर महिला शौचालय का बोर्ड लगाने से पहले सोचते भी नहीं. अगर आप इनसे रचनात्मकता की उम्मीद करते हैं तो ये कुछ ज़्यादा ही रचानत्मक होकर, रचनात्मकता की परिभाषा को बदलने का काम करते हैं. इनके द्वारा किया गया काम लोगों को पसंद तो नहीं आता, लेकिन उसे देख कर वे ठहाके मारकर हंसते ज़रूर हैं. अब ये भी देख लीजिए- 1. यह सच सभी को पता है- 2. बाकि तो ठीक है भिया लेकिन दरवाजा बंद कैसे होगा - 3. ये शोचालय महिलाओ का है भिया आपने gendar कब बदला- 4. अच्छा ऐसा क्या - 5. भिया चाहते क्या हो हमसे- 6. एक पंथ दो काज - 7. इसे यहाँ लगाकर क्या साबित करना चाहते हो रे बावा- 8. इसे बनाने वाला कैसा होगा बेचारा- 9. ए कालिया अब तू चाय कैसे पिएगा- 10- एशिया ऐसा है क्या- देखिए भारत के कुछ हैरान करने वाले रेस्टॉरेंट