आप भी हैरान हो जाएंगे दुनिया के सबसे महंगे विश्व कप के रोचक फैक्ट्स जानकर

FIFA फुटबॉल विश्व कप 2022 हर 4 वर्ष में निर्धारित होता है और हमारे पास प्रत्येक वर्ल्ड कप के दौरान कई दिलचस्प तथ्य होते हैं। आज जानें कतर वर्ल्ड कप के 11 आश्चर्यजनक तथ्यों के बारे में जो आपको हैरान करने के लिए बहुत हैं। बता दें कि यह विश्व का सबसे महंगा वर्ल्ड कप होने वाला है। यूरोप और अमरीका में वर्ल्ड कप आयोजित करने के लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा है। कतर में इसे बनाना पड़ गया था। इसी वजह से यह टूर्नामैंट (220 बिलियन डॉलर) फीफा का सबसे महंगा टूर्नामैंट से होने वाले है। 2018 में रशिया में हुए फीफा वर्ल्ड कप पर सिर्फ 15 बिलियन डॉलर का खर्च ही हुआ था। इस लिहाज से यह दुनिया का सबसे महंगा  वर्ल्ड कप होने वाला है। 

अरब देश में पहला वर्ल्ड कप: कतर ने जैसे ही FIFA वर्ल्ड कप के लिए बोली प्रक्रिया जीती, रिकॉर्ड बुक में उनका नाम दर्ज हो चुका है। कतर फीफा विश्व कप की मेजबानी करने वाला पहला मुस्लिम बहुल देश होने वाला है।

दूसरा एशियाई देश होगा कतर: यूरोप और दक्षिण अमरीकी देशों में फुटबॉल FIFA लोकप्रिय है। 2002 में पहली बार एशिया के जापान और दक्षिण कोरिया संयुक्त तौर पर फीफा वर्ल्ड कप की मेजबानी भी कर दी है। 

कभी विश्व कप नहीं खेला कतर: 1960 में फुटबॉल संघ की स्थापना हो चुकी है । 1963 में कतर FIFA का सदस्य बना। 1990 में कतर क्वालिफाई के तकरीबन आया था लेकिन सफल नहीं हुआ। इस बार मेजबान बनकर खेलने वाले है।

कतर सबसे छोटा देश कतर 11,000 वर्ग किलोमीटर का एक छोटा-सा देश है और यहां की आबादी महज 26 लाख है। इससे पहले उरुग्वे ने 35 लाख की आबादी के साथ फीफा कप आयोजित किया था।   सबसे कम स्टेडियमों में आयोजन: कतर ने वर्ल्ड कप के 64 मैचों के लिए 7 स्टेडियम नए बनाए तो 1 पुनर्निर्मित कर दिया गया है। इसी के साथ कतर सबसे कम स्टेडियमों में फीफा कप की मेजबानी का रिकॉर्ड बना लिया है।

सबसे कॉम्पैक्ट फीफा विश्व कप: कतर के सभी 8 स्टेडियम 60 किमी. के दायरे में हैं जो इसे सबसे कॉम्पैक्ट वर्ल्ड कप बनाएंगे। फैंस 90 मिनट में एक से दूसरे स्टेडियम तक पहुंच सकते हैं। आयोजन 28 दिन के मध्य होने वाला है।

1.5 मिलियन दर्शक आएंगे!: FIFA कप के दौरान दुनिया भर से 1.5 मिलियन से अधिक दर्शक कतर में प्रवेश करने वाले है। कतर की भौगोलिक स्थिति कई देशों के लिए बहुत सुलभ है। वीजा भी आसानी से मिल रहा है।   मध्य पूर्व और यूरोप की दूरियां मिटेंगीं: कतर विश्व कप में 13 यूरोपीय टीमें हिस्सा ले रही हैं। इससे मध्य पूर्व और यूरोप के मध्य सांस्कृतिक अंतर को पाटने की उम्मीद है। फीफा और कतर दोनों को पॉजीटिव रिजल्ट का अनुमान है।

महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के बिना पहला विश्व कप: वर्ल्ड कप 1930 से शुरू हुआ था। इंगलैंड की दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय इसकी बड़ी प्रशंसक रही हैं। वह कई विश्व कप में बतौर दर्शक पहुंचीं हैं। इस बार का वर्ल्ड कप उनके बगैर होने वाला है।

सर्दियों में होने वाला पहला विश्व कप: वर्ल्ड कप अब तक मई-जुलाई के बीच ही आयोजित होने लगा है। लेकिन कतर में इस अवधि के बीच तापमान 40 से 50 डिग्री के मध्य रहता है। खिलाडिय़ों के लिए खेल की परिस्थितियां बेहतर बनाने के लिए वर्ल्ड कप को नवंबर और दिसम्बर में पुनर्निर्धारित किया गया है। इस बदलाव से कतर सर्दियों में होने वाला पहला FIFA  वर्ल्ड कप आयोजित करने वाला है।

क्रिकेट से संन्यास के बाद अब इस गेम में धोनी ने जीता खिताब

हार्दिक पांड्या को मिलेगी टीम इंडिया की कमान ? जानिए क्या बोले न्यूजीलैंड के कप्तान

IPL 2023: 'मुंबई इंडियंस से नहीं खेल सकता, तो किसी के साथ नहीं खेलूंगा..', स्टार प्लेयर का ऐलान

Related News