नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के आरम्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा को संबोधित किया है। उन्होंने सदन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करते हुए कहा कि आप जमीन से जुड़े नेता हैं तथा राज्यसभा को इसका लाभ प्राप्त होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपने वह समय भी देखा है, जब आप कई किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते थे। प्रधानमंत्री मोदी ने मजाकिया अंदाज में कहा कि आपने तीन दशकों तक वकालत की है, किन्तु राज्यसभा में आप अदालत की कमी महसूस नहीं करेंगे। राज्यसभा के सांसदों में बड़ी संख्या अधिवक्ताओं की है। आपने सांसद, अधिवक्ता से लेकर अन्य केंद्रीय मंत्री एवं राज्यपाल तक की भूमिका अदा की है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आपकी सभी भूमिकाओं में जो एक बात कॉमन रही है, वह देश के विकास के लिए आपकी निष्ठा है। आप राजनीति में रहकर भी दलगत सीमाओं से ऊपर उठकर सबको साथ लेकर काम करते रहे हैं। उपराष्ट्रपति के चुनाव में भी आपके लिए सबका वह अपनापन हमने स्पष्ट तौर पर देखा। मतदान के 75 प्रतिशत वोट हासिल करके जीतना महत्वपूर्ण रहा है। हमारे यहां कहा जाता है कि जो हमें आगे ले जाए, वही नायक है। राज्यसभा के सिलसिले यह बात और अहम हो जाती है क्योंकि सदन पर लोकतांत्रिक फैसलों को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है। जब आपके जैसा जमीन से जुड़ा नेतृत्व सदन को मिलता है तो यह सौभाग्य की बात है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे कई पीएम ऐसे हुए, जिन्होंने कभी न कभी राज्यसभा सदस्य के रूप में काम किया है। कई उत्कृष्ट नेताओं की संसदीय यात्रा राज्यसभा से आरम्भ हुई थी। मुझे भरोसा है कि आपके मार्गदर्शन में यह सदन अपनी विरासत एवं गरिमा को आगे बढ़ाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सदन में आने से पहले मीडिया से भी बात की। उन्होंने विपक्षी सांसदों से सहयोग की अपील की तथा कहा कि कई नए सांसद मायूस रहते हैं कि उन्हें बोलने का अवसर ही नहीं प्राप्त हुआ। इन लोगों को भी बोलने का अवसर प्राप्त हुए, यह ध्यान रखना चाहिए। चुनाव से पहले CM केजरीवाल ने दी ये 10 बड़ी गारंटी 'शहर में नया माफ़ीवीर आया है', विवेक अग्निहोत्री पर कांग्रेस नेता का तंज आखिर क्यों ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा है #Z प्लस सुरक्षा हनुमान?