नई दिल्ली: संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अयोग्यता और अडानी मुद्दे को लेकर हंगामा बीते कई दिनों से जारी है. विपक्षी सांसदों ने लोकसभा से राज्यसभा तक जमकर हंगामा किया, वेल में आकर नारे भी लगाए. इस नारेबाजी के बीच लोकसभा से दो विधेयक पास हुए. इस बीच एक वाकया ऐसा भी हुआ, जब लोकसभा में पीठासीन रमा देवी ने विपक्षी सांसदों से कहा कि अगली बार जीत कर नहीं आओगे. दरअसल, हुआ ये कि बुधवार (29 मार्च) सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही आरम्भ हुई, विपक्षी सांसद वेल में आ गए और नारे लगाना शुरू कर दिया. विपक्ष ने इतना हंगामा किया कि, सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे जब दोबारा शुरू हुई, तो विपक्षी दलों के सांसद फिर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. पीठासीन रमा देवी ने सांसदों से अपने नाम के आगे अंकित पत्र सदन पटल पर रखने को कहा. लोकसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच दो विधेयक भी पेश किए गए. भूपेंद्र यादव ने फॉरेस्ट (कन्जर्वेशन) अमेंडमेंट बिल 2023 निचले सदन में पेश किया. इसके अलावा भूपेंद्र यादव ने संसदीय समिति की सिफारिशों के साथ जैव विविधता संशोधन विधेयक 2022 और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कॉम्पिटिशन (अमेंडमेंट) बिल 2022 विचार और पारित किए जाने के लिए पेश किया वहीं, जब लोकसभा में इन विधेयकों पर मतदान हो रहा था, तभी विपक्ष के सांसद स्पीकर आसन के सामने तख्तियां लहराने लगे और नारे लगाने लगे. इस पर पीठासीन रमा देवी ने विपक्षी सांसदों को समझाया. रमा देवी ने हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों से कहा कि क्या यही करने के लिए आप लोगों को जनता ने संसद भेजा है? रमा देवी ने विपक्षी सांसदों से कहा कि फिर नहीं आओगे जीत कर. लेकिन, विधेयकों पर मतदान जारी रहा और विपक्ष हंगामा करता रहा. इसके बाद रमा देवी ने कहा कि 'हो गया, आप लोगों का विरोध हो गया.' उन्होंने कहा कि अब कृपया अपनी सीट पर जाकर बैठ जाइए. आप लोग भी जनता का वोट लेकर आए हैं. पीठासीन ने कहा कि कब तक बोलिएगा. जो बोलना है, अपनी सीट पर बैठकर बोलिए. पीठासीन रमा देवी की तरफ से ये कहे जाने के बाद वेल में आकर हंगामा कर रहे विपक्षी सांसदों की तरफ से आवाज आई कि सरकार अडानी को बचा रही है. विपक्षी सांसदों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री, अडानी की वकालत कर रहे हैं. विपक्षी सदस्यों ने संसद में ये भी पुछा कि 20 हजार करोड़ रुपये किसके हैं? विपक्षी सांसद वी वांट JPC के नारे लगाते रहे और हंगामा करते रहे. 'दूसरे देशों के दबाव में अपने फैसले नहीं लेता इजराइल..', बाइडेन को नेतन्याहू की दो टूक सांसदी जाने के मामले में राहुल गांधी का समर्थन क्यों नहीं कर रहे नितीश कुमार ? अब तोड़ी चुप्पी राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद 'वायनाड' में चुनाव कब ? निर्वाचन आयोग ने दिया जवाब