अपने भाई के लिए मुन्ना भाई की स्टाइल में परीक्षा देने वाला छात्र गिरफ्तार

रतलाम : आपको फिल्म मुन्ना भाई का वो दृश्य याद होगा जिसमे संजय दत्त की जगह कोई और परीक्षा देता है. अपने बड़े भाई के लिए एक छोटे भाई ने मुन्ना भाई की स्टाइल में परीक्षा दी. लेकिन 6 पेपर देने के बाद उसकी चोरी पकड़ में आ गयी. भोज मुक्त विश्वविद्यालय की बीए द्वितीय वर्ष की परीक्षा में बड़े भाई के नाम से परीक्षा देते हुए छोटा भाई पकड़ा गया है. प्राचार्य ने दोनों भाईयों का चेहरा एक जैसा होने की बात कहते हुए अपना बचाव करने की कोशिश की. 6 पेपर तक गड़बड़ी सामने नहीं आने के चलते संदेह व्यक्त किया जा रहा है, इसके पीछे किसी रैकेट का हाथ हो सकता है. पूरे मामले में बड़े खुलासे की बात कही जा रही है.   फर्जी छात्र बन कर परीक्षा देने के मामले एसपी अविनाश शर्मा ने कहा कि मुखबिर से सूचना मिलने के बाद गुरुवार को उनके निर्देश पर कालूखेड़ा शासकीय उमावि स्थित भोज मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षा केंद्र पर एसपी स्क्वाड के एसआई अनिल आचार्य एव योगेंद्र जादौन कालूखेड़ा थाना टीआई एमएस कटारा व अन्य जवानों के साथ गए. केंद्र के मुख्य द्वार पर अंदर से तालाबंद थे. पुलिस कर्मियों को 10 मिनट तक बहार खड़े रहना पड़ा. परीक्षा में करीब 180 स्टूडेंट्स ने भाग लिया था

टीम ने सूची के मुताबिक नाम लिया तो बहुत सारे स्टूडेंस्ट अपने रोल नंबर पर नहीं बैठे थे. मुखबिर से मिली सूचना में जिस व्यक्ति का नाम था वो तय रोल नंबर वाले कमरे की जगह दूसरे कमरे में परीक्षा दे रहा था. पुलिस ने श्यामलाल के स्थान पर उसके छोटे भाई मोहनलाल को परीक्षा देते हुए पकड़ा.

 प्राचार्य को दी 25 हजार की रिश्वत 

फर्जी परीक्षार्थी का भाई श्यामलाल SAF में भिंड में प्रशिक्षण पर था. वहा से अवकाश नहीं मिलने के चलते वो परीक्षा देने में असमर्थ था. इस वजह से उसके भाई ने उसके स्थान पर परीक्षा दी थी. आरोपी मोहनलाल ने बताया कि इसके लिए विद्यालय प्राचार्य ने 35 हजार रुपए रिश्वत माँगी थी लेकिन उसने 25 हजार रूपए दिए थे.

गाँव में है कई सारे परीक्षा केंद्र 

भोज मूक्त विश्वविद्यालय के अधिकतर परीक्षा केंद्र ग्रामीण क्षेत्रो में स्थित है. जिले में बाजना, रिंगनोद, जावरा, पिपलौदा, कालूखेड़ा में भोज के परीक्षा केंद्र बना रखे है. इन केंद्रो पर होने वाली परीक्षा की जांच के लिए भी औपचारिकता पूरी करने का काम भी पूर्ण कर लिया जाता है. प्रशासन की ओर से भी उन्हें किसी प्रकार की कोई सूचना प्रदान की जाती है.

फर्जीवाड़े का दूसरा मामला

भोज में फर्जी छात्र बन कर परीक्षा देने का दूसरा मामला सामने आया है. 15 जून को बीए प्रथम वर्ष के फाउंडेशन के पेपर में इसी केंद्र पर देवकरण पिता शिवनारायण चौधरी निवासी कंसेर को अपने जीजा गोपाल पिता भरत जाट निवासी पंचेड़ के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया था. डॉ.कामरान सुल्तान ( केंद्राध्यक्ष, भोज क्षेत्रीय केंद्र) ने इस सम्बन्ध में कहा कि उज्जैन परीक्षा केन्द्रो पर गड़बड़ी की शिकायते सामने आ रही है. फर्जी परीक्षार्थी के परीक्षा देने के मामले में जांच प्रतिवेदन के आधार पर की जावेगी. यदि केंद्राध्यक्ष दोषी सिद्ध हुए तो उन पर होने पर भी कार्रवाई की जायेगी.

मामला हमारे क्षेत्र से बाहर

फर्जी परीक्षा के सम्बन्ध ने अनिल वर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि परीक्षा से हमारा किसी प्रकार का कोई सम्बन्ध नहीं है. भोज मुक्त विश्वविद्यालय सीधे अपने केंद्र चलाते हैं. मामले में वैधानिक रूप से कार्रवाई की जावेगी. संजना चौरे, केंद्राध्यक्ष ने पूरे मामले में अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि दोनों भाईयों का चेहरा समान होने की वजह से पहचान नहीं हो पाई. रुपए लेने के आरोप सत्य नहीं है. पुलिस ने प्रकरण दर्ज जांच शुरू कर दी है.

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