तो आपके भी बच्चे हो जायेंगे होनहार

दुनिया में हर मां-बाप चाहते हैं कि उनका बच्चा खूब पढ़े और उनके माॅं-बाप का नाम रोशन करे। इतना ही नहीं अपने बच्चे की देखभाल करने में वह अपना सारा जीवन निकाल देते हैं। वे उनकी सफलता व उनके उज्वल भविष्य के लिए जाने कितने क्या उपाय करते है उन्हे प्रगतिशील व प्रतिभावान बनाने के लिये अपनी पूरी ताकत लगा देते है। ताकि उनके बच्चे जीवन में अत्याधिक विकास कर सकें। तथा देश के एक सभ्य एवं गणमान्य नागरिकों में उनकी भी गणना की जाये। इन सब के लिए बच्चों के व्यवहार,संस्कार, आचरण सभी सूत्रों का विशेष रूप से ध्यान देते है। बच्चों की शिक्षा, उनका स्वास्थ्य, उनकी सोच उनके जीवन आदि के लिये विशेष रूप से ध्यान देते है। इन सभी चीजों को प्राप्त करने के लिये ज्योतिष तथा वास्तु का मार्ग भी जरूरी होता है जिससे व्यक्ति को सरलता से ये सब चीजों की प्राप्ति हो जाती है।

जानिए ज्योतिष की धारणा के अनुसार बच्चों का उज्जवल भविष्य – 

1. बच्चे जब भी किसी भी चीज का अध्यन करें तो उनका मुख उत्तर तथा पूर्व की ओर होना चाहिए जिससे उनका बुद्धि अच्छा काम करती है तथा वे जल्द ही सफलता हासिल कर लेते है। 

2. हमें अपने बच्चों को उनकी किताबें रखने की जगह, तथा किताबों को रखने के तरीके को सही ढंग देना चाहिये। बच्चों के अध्यन करने के स्थान को साफ स्वक्छ व शांति का वातावरण रखना चाहिये।

3. बच्चों की पढ़ाई वाले कमरे मे दीवार तथा उजाले के रंगो का विशेष रूप से ध्यान देना चाहिये दीवार का रंग हल्के गुलाबी, पीला होना चाहिये प्रकाश के लिये कम या अत्याधिक प्रकाश वाले यंत्र का उपयोग न करें । इतना प्रकाश रखे की बच्चों को स्पष्ट रूप से दिख सके।

4. बच्चों के कमरे में ऐसे चित्र लगायें जो बच्चों को जीवन में ज्ञान विज्ञान से बढ़ापा दे सके जिससे उनका ज्ञान और बुद्धि और भी प्रवल हो सके ऐसे चित्रों का प्रयोग करें जो आगे बढ़ने की प्रेरणा दें। 

5. पूर्व दिशा की ओर सूर्य देव तथा माता सरस्वती का चित्र लगायें ।उत्तर की तरफ ब्रह्मदेव का चित्र लगाने से ज्ञान तथा शिक्षा को सरलता से ग्रहण किया जा सकता है।

 

बड़ी से बड़ी तांत्रिक विद्या को नष्ट करता है ये उपाये

असफलता का एक कारण गृहदोष भी हो सकता है

ब्रह्मज्ञान प्राप्त करना मतलब भगवान मिल जाना

ऐसी संतान से अच्छा है कि संतान ही न हो

तो इसलिए सुबह के सपने हो जाते हैं सच

 

Related News