आगरा: यूपी में आगरा (Agra) की एक अदालत ने शहर पुलिस को 20 साल के एक युवक की मां के इन इल्जामों में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है कि अग्निपथ भर्ती परीक्षा (Agnipath Recruitment Exam) की तैयारी के लिए यहां आ रहे उनके बेटे की फर्जी मुठभेड़ (Fake Encounter) में क़त्ल कर दिया गया है. उनके वकील ने रविवार को यह सूचना दी. पीड़ित की मां के वकील भरतेंद्र सिंह ने इस बारें में कहा है कि, “ आगरा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने आगरा पुलिस (Agra Police) को शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया है. इसने आगरा पुलिस आयुक्त को इस संबंध में एक स्वतंत्र जांच कराने का भी आदेश दे दिया है.” इस बारे में पूछे जाने पर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) सोनम कुमार ने मीडिया से बोला है कि ''अभी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. प्रथम दृष्टया ये फर्जी मुठभेड़ नहीं है. हम इस केस में कानूनी सलाह लेंगे और उसके अनुसार कार्रवाई क्लार्ने वाले है.'' उन्होंने बोला है कि मृतक आकाश गुर्जर मध्य प्रदेश के मुरैना जिले के गढ़ौरा का निवासी है. वकील ने किया ये दावा: वकील के अनुसार, वह अग्निपथ भर्ती की तैयारी कर रहा था और 26 सितंबर 2022 की सांय को, वह अपने भाई विष्णु के साथ रहने के लिए घर से निकाल दिया था, जो आगरा में केंद्रीय आयुध डिपो में काम करता है, लेकिन 27 सितंबर को आगरा की इरादतनगर पुलिस ने परिजनों को सूचना दी कि आकाश गुर्जर मुठभेड़ में मारा जा चुका है. वकील ने इल्जाम लगाया, “पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि आकाश को करीब से गोली मार दी गई थी. प्राथमिकी में, पुलिस ने दावा किया कि उसने ट्रैक्टर छोड़ दिया और उन पर गोलीबारी करता हुआ भागने लगा, लेकिन घटनास्थल की तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि ट्रैक्टर चालक की सीट के दोनों ओर खून लगा हुआ है.” उन्होंने कहा कि अदालत का आदेश मृतक की मां ममता देवी की याचिका पर हाल में आया है. बिहार में अपराधियों का राज, यहाँ योगी सरकार के एनकाउंटर मॉडल की जरुरत - भाजपा दो ट्रको में भिड़ंत होने से हुई ट्रक क्लीनर की मौत सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर REET की छात्रा से रेप, वीडियो बनकर डेढ़ साल तक शोषण