नई दिल्ली : आज इंसान 'चांद' पर पहुंच चुका है और 'मंगल' ग्रह पर जीवन की तलाश कर रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह कौन था, जिसने सबसे पहले अंतरिक्ष में कदम रखा? सात बार फ्लाइट टेस्ट के बाद 'वोस्ताक-1' इंसान को स्पेस में ले जाने के लिए तैयार था। 12 अप्रैल, 1961 को 27 साल के सोवियत एयर फोर्स के पायलट ने स्पेस में कदम रख कर इतिहास रच दिया। यह पायलट थे, रूस के यूरी गागरिन थे। 27 मार्च 1968 को जब यूरी गागरिन मिग 15 नामक प्रशिक्षण विमान को ऑपरेट कर रहे थे तो, विमान हादसे के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी। बता दें कि पहली बार 12 अप्रैल, 1961 को पूर्व सोवियत संघ के अंतरिक्ष यात्री यूरी गागरिन ने 'वोस्ताक-1' में बैठ कर स्पेस के लिए उड़ान भरी थी। इसी दिन की याद में प्रति वर्ष 12 अप्रैल को इंटनेशनल डे ऑफ ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मनाया जाता है। आपको जानकार थोड़ा अचंभा हो सकता है कि गागरिन से पहले 3 नवंबर, 1957 को फीमेल डॉग 'लाइका' को स्पेस में भेजा गया था। हालांकि वह अंतरिक्ष में सिर्फ़ छह घंटे ही जीवित रह सकी। चैंबर का तापमान अधिक होने की वजह से उसकी मौत हो गई थी। राकेश शर्मा पहले भारतीय थे, जो अप्रैल 1984 में स्पेस में पहुंचे थे। उनके बाद रवीश मल्होत्रा, कल्पना चावला, सुनीता विलियम्स भी स्पेस की यात्रा कर चुके हैं। पेंशन सेक्टर में FDI लिमिट बढ़ाकर 74% कर सकती है सरकार, जानें क्या है योजना असम बाढ़ में रेस्क्यू से बचाए गए तीन गैंडे बछड़ों को जंगल में छोड़ने से पहले होगा ये काम एनआईएस पटियाला में नए कोरोना वेरियंट से मचा हाहाकार