स्टीफेन की पूरी जिंदगी व्हील चेयर पर ही बीत गई। वो सामान्य इंसान में नहीं थे। न तो वे बोल सकते थे, न तो चल सकते थे, न हाथ हिला सकते थे। लेकिन उनकी जीवन साथी रही व्हील चेयर की वजह से वे बोल सकने में समर्थ हो चुके थे। इस चेयर की वजह से वे लिख भी पाते थे और इसी के सहारे चल फिर भी लेते थे।