नई दिल्ली: साल 2017 की शुरूआत में ही इस बार आम बजट एक फरवरी में पेश होने जा रहा है. विपक्ष द्वारा विरोध करने के बाद भी इसे राष्ट्रपति की मंजूरी मिल गयी है. पहले दिन राष्ट्रपति दोनों सदनों यानी राज्यसभा और लोकसभा के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे. जिसके बाद बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी से होगी. केंद्र सरकार की इस सिफारिश पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपनी मुहर लगा दी है. इस बार रेल बजट भी आम बजट के साथ ही पेश होगा.
आपको बता दे कि पेश होने वाले इस आम बजट को लेकर विपक्ष को आपत्ति थी कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के ठीक पहले बजट पेश करके सरकार लुभावनी घोषणाओं से मतदाताओं को रिझाने की कोशिश कर सकती है. विपक्ष ने चुनाव बाद बजट रखने की मांग की थी. जिसे लेकर विपक्ष अपनी शिकायत लेकर चुनाव आयोग के पास भी पहुंचा था जिस पर सरकार से जवाब मांगा गया था. लेकिन अब राष्ट्रपति की मुहर के बाद आम बजट 1 फरवरी को ही पेश होगा.
सरकार का इस मामले में कहना है कि इस बजट का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. एक फरवरी को बजट पेश करने से एक अप्रैल से शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष में नये प्रावधानों को अमल में लाया जा सकेगा.
बताया गया है कि बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से 9 फरवरी तक होगा, जिसमे राष्ट्रपति दोनों सदनों को संयुक्त रूपसे संबोधित करके शुरूआत करेंगे. वही 31 जनवरी को ही आर्थिक सर्वेक्षण भी पेश किया जाएगा. सत्र के पहले चरण में ही 1 फरवरी को आम बजट आएगा. जिसमे रेलवे से जुड़े प्रावधान आम बजट में ही शामिल होंगे. इसके साथ बजट सत्र का दूसरा चरण 9 मार्च से 12 अप्रैल तक होगा.