नई दिल्ली : रेलवे अपनी आय बढ़ाने के लिए आने वाले दिनों में ट्रेनों और स्टेशनों के नाम मल्टीनेशनल कंपनियों के नाम पर रखने की योजना पर काम रहा है. रेलवे की योजना है कि यात्री और माल किराया बिना बढ़ाए विज्ञापन के जरिए राजस्व जुटाने की है.यदि सब कुछ ठीक रहा तो यात्री गण कृपया ध्यान दें, पेप्सी राजधानी एक्सप्रेस थोड़ी ही देर में पहुंचने वाली है, कोका कोला शताब्दी एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर दो से छूटने वाली है’ जैसी आवाजें रेलवे स्टेशनों पर सुनाई दे सकती है.
एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार विज्ञापनों के जरिए रेलवे की आय बढ़ाने की योजना तैयार हो चुकी है और अगले हफ्ते रेलवे बोर्ड इसे मंजूरी दे सकता है. इस योजना के तहत कंपनी किसी ट्रेन के लिए मीडिया अधिकार खरीद सकती है. इसके अलावा ट्रेन के अंदर और बाहर दोनों जगह विज्ञापन कर सकती है. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारीने बताया कि लंबे समय के लिए रेलवे स्टेशनों के नाम के आगे भी कंपनियों के नाम जोड़े जा सकते हैं. बता दें कि पीएम मोदी ने रेलवे को व्यावसायिक विज्ञापन पर जोर देने को कहा है.
उल्लेखनीय है कि2015 में रेल इंडिया टेक्निकल एंड इकोनॉमिकल सर्विसेज (RITES) को रेलवे ने जिम्मेदारी सौंपी थी कि पता करें कि व्यावसायिक से रेलवे कितनी कमाई कर सकता है.राइटस ने रेलवे को कमर्शियल एडवरटाइजिंग पर जोर देने को कहा था. बता दें कि उत्तर मध्य रेलवे इस योजना पर पहले ही काम कर चुका है. पांच साल पहले यहां इलाहाबाद से नई दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस के सभी कोचों में ‘आइडिया’ कंपनी ने एडवरटाइजिंग की थी. तब रेलवे को इससे काफी आय भी हुई थी.