हम जब भी नयी गाड़ी लेने जाते है तो सबसे पहला सवाल यही रहता है की गाड़ी का रंग कौन सही .प्रत्येक रंग की अपनी अपनी विशेषता है. कितु वाहन में मुख्यतः सफ़ेद, लाल, नीला, हरा और काला रंग ही अधिकता उपलब्ध रहते है .
आज हम आपको बता रहे है की कौन से रंग की गाड़ी लेना होता है शुभ -
1-सफ़ेद रंग भारतीय ज्योतिष में चंद्रमा और शुक्र का प्रतिनिधित्व करता है. स्वभाव से यह शान्ति का प्रतीक है. यह सम भाव रखता है. सामान्यतः शुक्र ग्रह वाहन का कारक है. अतः सफ़ेद रंग के वाहन प्रत्येक व्याक्ति के लिए शुभ रहता है. किन्तु जिन व्यक्तियों का चन्द्रमा या शुक्र खराब स्थिति में हो, उन्हें सफ़ेद वाहन नहीं खरीदना चाहिए.
2-लाल रंग ज्योतिष में सूर्य और मंगल का प्रतिनिधित्व करता है. स्वभाव से यह उग्र है. मंगल ग्रह वैसे भी दुर्घटना का कारक माना जाता है, सूर्य और मंगल अग्नि, विद्युत् आदि से सम्बन्ध रखते है. अतः लाल रंग के वाहन उन्हीं व्यक्तियों को खरीदने चाहिए, जिनकी जन्मकुंडली में मंगल और सूर्य योगकारक ग्रह हो तथा किसी अशुभ स्थिति में ना हो.
3-पीला रंग ज्योतिष में वृहस्पति से सम्बन्ध रखता है. स्वभाव से यह सम है, किन्तु कभी कभी इसे अग्नि से भी जोड़ कर देखते है. अतः यदि जन्मकुंडली में वृहस्पति योगकारक हो, तो पीला वाहन खरीदना चाहिए.
4-नीला रंग ज्योतिष में शनि ग्रह से सम्बन्ध रखता है. और शनि लोहे का कारक माना जाता है. कहा जाता है कि यदि शनि शुभ हो तो मालामाल कर देता है और यदि शनि अशुभ हो तो कंगाल कर देता है. अतः नीले रंग का वाहन भी अत्यधिक सावधानी से खरीदना चाहिए.
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