नई दिल्ली : सभी राजनीतिक दल अपने सक्रिय कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के मामले में एक समान है.कल तक यूपीए के कार्यकाल के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में स्वतंत्र निदेशक के पदों पर पार्टी समर्थकों की नियुक्ति करने पर सवाल खड़े करने वाली भाजपा अब खुद सवालों के घेरे में है. बता दें कि गत दिनों एनडीए की मंत्रिमंडल मामलों की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने नवरत्न कंपनियों में लगभग 10 राजनेताओं की नियुक्ति एक स्वतंत्र निदेशक के रूप में की है और ये सभी नेता भाजपा से जुड़े हुए हैं.
उल्लेखनीय है कि जिन पार्टी नेताओं की नियुक्ति की गई है इस सूची में भाजपा की दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी, गुजरात आईटी सेल के संयोजक राजिका खचेरिया, गुजरात भाजपा की अल्पसंख्यक चेहरा आसिफा खान, उड़ीसा की भाजपा नेता सुरमा पाधे और बिहार के पूर्व एमएलसी किरण घई सिन्हा का नाम शामिल है.
बता दें कि इन सभी लोगों का चयन इंजीनियर इंडिया लिमिटेड (ईआईएल), हिंदुस्तान पेट्रोलियम कोर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल), भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड (भेल) और नेशनल एलम्यूनियम कंपनी लिमिटेड (नाल्को) जैसी नवरत्न कंपनियों के लिए किया गया है.
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