सूरत: गुजरात के अहमदाबाद में स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर छापने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने इस गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है और इनके पास से 50 नकली ऑस्ट्रेलियाई डॉलर और एक प्रिंटर बरामद किया है। इस प्रिंटर का उपयोग नकली करेंसी छापने के लिए किया जा रहा था। गिरोह का मास्टरमाइंड मौलिन पटेल है, जो 20 साल तक ऑस्ट्रेलिया में रह चुका है और वहां की करेंसी की गहरी जानकारी रखता है।
पुलिस को जानकारी मिली थी कि वटवा इलाके में एक व्यक्ति 40 रुपये में एक ऑस्ट्रेलियाई डॉलर बेच रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने छापा मारा और एक आरोपी को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान पता चला कि वह एक ऐसे ऑफिस में काम करता था, जहां नकली डॉलर छापे जाते थे और सस्ते में विदेश जाने वाले लोगों को बेचे जाते थे। गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने मास्टरमाइंड मौलिन पटेल को पकड़ा, जिसने ध्रुव देसाई और खुश पटेल के साथ मिलकर यह गिरोह बनाया था। खुश पटेल ने रौनक राठौड़ नामक व्यक्ति को भी इसमें शामिल कर लिया। सभी आरोपी नकली करेंसी को प्रिंटर के माध्यम से छापते और उसे विदेश यात्रा करने वालों को बेचते थे।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरोह काफी समय से इस तरह की गतिविधियों में लिप्त था। अब यह जांच की जा रही है कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं। एसओजी टीम ने गिरोह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
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