विशाखापट्टनम: तिरुपति मंदिर के पवित्र प्रसाद लड्डू में जानवरों की चर्बी मिलने की खबर के पश्चात् कथित तौर पर कांग्रेस समर्थक पीयूष मानुष ने हिंदुओं का मजाक उड़ाया है। अपने एक वीडियो में उन्होंने कहा, "100 करोड़ लोग तिरुपति गए होंगे, क्या उन्हें बीफ पसंद आया?" पीयूष ने अपने एक्स हैंडल पर वीडियो साझा करते हुए हिंदुओं का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, "क्या तुम्हें अच्छे लड्डू मिले? इतने दिनों तक तुम दूसरों की प्लेट देख रहे थे कि कहीं वे बीफ तो नहीं खा रहे। तुमने उनके टिफिन चेक किए, उनके रेफ्रिजरेटर भी देखे। अब कम से कम 100 करोड़ लोग तिरुपति गए होंगे। उन्हें लड्डू मिले होंगे। क्या हुआ? क्या अब तुमको बीफ अच्छा लगा? मजा आया? अब दूसरों की प्लेट तो मत देखो। जाओ, अपना काम करो। पेरुमल ने खुद तुम्हें अच्छे लड्डू दिए हैं।"
यह वीडियो उस वक़्त सामने आई है जब प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने तिरुपति के लड्डू में इस्तेमाल होने वाले घी की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी। जांच रिपोर्ट में बताया गया कि इसमें मछली का तेल, सूअर की चर्बी और बीफ है। इस जानकारी के सामने आते ही विवाद आरम्भ हो गया। हिंदुओं ने सोशल मीडिया पर विरोध जताते हुए कहा कि जो भी इस घृणित पाप का भागीदार था, उन्हें भगवान वेंकटेश्वर कभी माफ नहीं करेंगे। उन्होंने सरकार से अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की तथा कहा कि यह मामला स्पष्ट रूप से हिंदू घृणा से संबंधित है। हिंदुओं की आस्था को जानबूझकर ठेस पहुंचाई गई है।
Beef laddoo for all hindus delivered by Perumal himself !! pic.twitter.com/pxhEcp6xAD
— Piyush Manush (@piyushmanush) September 19, 2024
केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बंदी संजय ने कहा, "तिरुमाला के लड्डू को पवित्र प्रसाद माना जाता है, इसे दूषित करना अक्षम्य पाप है। पिछली सरकार के कार्यकाल में, अन्य धर्मों के कुछ लोगों को टीटीडी (तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम) बोर्ड में सम्मिलित किया गया था, इसलिए ऐसी घटना हुई। मैं आंध्र प्रदेश सरकार से तुरंत जांच करने और सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूँ।" गौरतलब है कि गुजरात स्थित राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की "पशुधन एवं खाद्य विश्लेषण एवं अध्ययन केंद्र" (सीएएलएफ) प्रयोगशाला की रिपोर्ट के अनुसार, प्रसाद तैयार करने के लिए उपयोग होने वाले घी में जानवर की चर्बी थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि घी में सोयाबीन, सूरजमुखी, जैतून, रेपसीड, अलसी, गेहूं के बीज, मक्का, कपास के बीज, नारियल, पाम कर्नेल फैट और पाम ऑयल के अतिरिक्त बीफ टैलो, लार्ड और मछली का तेल आदि शामिल हैं।
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