रायपुर: छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में रविवार (29 सितंबर 2024) को अखिल भारतीय घर वापसी प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने शंकराचार्य परंपरा के तहत लगभग 100 लोगों की घर वापसी करवाई। यह कार्यक्रम श्री गोवर्धन-मठ पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती की उपस्थिति में हुआ। अंबिकापुर में आयोजित त्रिदिवसीय हिन्दू राष्ट्र धर्म सभा के समापन समारोह में शंकराचार्य जी ने प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को मंच पर आमंत्रित किया था, जहां 22 परिवारों के इन सदस्यों ने सनातन धर्म में अपनी आस्था प्रकट करते हुए घर वापसी की।
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती लंबे समय से गौ हत्या और धर्मांतरण के खिलाफ सक्रिय अभियान चला रहे हैं। उन्होंने इस आंदोलन के लिए "हर हिन्दू सेना हो, हर हिन्दू सनातनी हो" का नारा दिया है। अपने विचारों को साझा करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से गौ हत्या और धर्मांतरण के खिलाफ सख्त कानून बनाने की अपील की। इस दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने लोगों के पाँव पखारते हुए उन्हें सनातन धर्म में वापस शामिल करवाया।
शंकराचार्य जी के गुरु, धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज का आशीर्वाद प्रबल के पिताजी, घर वापसी आंदोलन के संस्थापक कुमार दिलीप सिंह जूदेव और जशपुर के राजपरिवार को हमेशा मिलता रहा है। इस आयोजन में कई पूजनीय संत, वरिष्ठ धर्म रक्षक, जनसेवक, और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
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