वाशिंगटन: चीन से फैलना शुरू हुआ कोरोना वायरस दुनिया को चपेट में ले चुका है. इसने पहले इटली फिर स्पेन में कहर बरपाया और अब अमेरिका में तबाही मचा रहा है. इसके मामले चीन से भी अधिक हो चुके हैं और अमेरिका अब कोरोना वायरस से सबसे अधिक संक्रमित लोगों वाला देश बन गया है. अमेरिका में यह माना जाने लगा है कि कोरोना वायरस से सफलतापूर्वक निपटने में US विफल हो रहा है.
अमेरिका के द वर्ज (The Verge) में प्रकाशित खबर के अनुसार, कई लोग इसे अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की बड़ी विफलता मान रहे हैं. कहा जा रहा है कि जिस प्रकार से अमेरिका के सरकारी तंत्र को राष्ट्रपति ट्रम्प कमजोर कर रहे थे, वही इस विफलता की सबसे बड़ी वजह है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले ही चेतावनी दे दी थी कि US यूरोप को पछाड़ कर कोरोना महामारी का केंद्र बन सकता है. यह पहले से निर्धारित तो नहीं था फिर भी टेक्सास की एक ग्रोसरी चेन इस महामारी के संकेतों को पहचान कर अमरीकी सरकारी तंत्र से बेहतर काम कर गई.
बताया जा रहा है कि 26 मार्च तक अमेरिका में 1000 से अधिक लोग इस बीमारी के कारण जान गँवा चुके हैं और वायरस पूरे देश में तेजी से फैलता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार 26 मार्च तक अमेरिका में इस वायरस से 884 लोगों के मरने और 63,570 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है, किन्तु अमेरिका मीडिया इन खबरों से भर गया है कि अमेरिका में संक्रमित लोगों की संख्या चीन के संक्रमित लोगों की संख्या के पार पहुंच चुकी है.
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