राज्यों द्वारा लॉकडाउन 4 लगाने के बाद कोरोना मरीजों के इलाज के लिए केरल से 105 सदस्य की मेडिकल टीम रवाना हुई है. बुधवार को वीपीएस हेल्थकेयर समूह की पहल पर टीम रवाना हुई है. टीम में नर्स, स्वास्थ्य कर्मचारी और वीपीएस हेल्थकेयर ग्रुप के 30 कर्मचारी भी शामिल है, जो कि लॉकडाउन के चलते केरल में फंसे हुए थे. सभी सदस्य को कोचिन इंटरनेशल एयरपोर्ट से अबू धाबी भेजा गया है. इस टीम के सदस्य यूएई के सभी अस्पतालों में कोविड -19 के मरीजों के लिए काम करेंगे. कंपनी की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि इससे भविष्य में यूएई सरकार को कोविड-19 से लड़ने के लिए मजबूती मिलेगी.
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अपने बयान में कहा गया कि मेडिकल टीम की यात्रा की तारीख गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय की मंजूरी मिलने के बाद तय हुई है. यूएई में पहुंचने वाले 105 सदस्य में से 75 सदस्य को भारत से भर्ती हुई थी जिन्होंने इस बीमारी से लड़ने के लिए सामने आए हैं. वीपीएस हेल्थकेयर के निदेशक (भारत) हाफिज अली उल्लाट (Hafiz Ali Ullat) ने कहा कि हम भारत सरकार, यूएई सरकार और केरल की राज्य सरकार के अभारी है, जिन्होंने इस मिशन में उनका साथ दिया. साथ ही बयान में कहा कि यूएई में उनकी टीम शुरुआत से काम कर रही है.
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इसके अलावा बयान में आगे कहा गया कि एक मेडिकल टीम लगातार इस महामारी मे सरकार का साथ दे रही है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि मेडिकल टीम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही है.मेडिकल टीम के एक वरिष्ठ नर्स विनोद सेबेस्टियन ने कहा कि यह उनके लिए गर्व की बात है और मरीजों की सेवा और इलाज करना हमारा कर्तव्य है. टीम के सभी सदस्यों ने COVID-19 का परीक्षण किया रविवार और उन सभी ने नकारात्मक परीक्षण किया गया. बता दें कि केरल की पहला ऐसा राज्य है जहां पर सबसे पहले केरल के मामले सामने आए थे हालांकि इससे कोरोना वायरस से पहली मौत कर्नाटक में हुई थी.
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