मध्य प्रदेश के कई जिलों में कोरोना ने अपन पैर पसार लिए है, सबसे ज्यादा संक्रमण इंदौर में बढ़ रहा है. वहीं, शहर में एक हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, लेकिन उनमें 105 लोग ऐसे हैं, जिनकी रिपोर्ट तो पॉजिटिव आई, लेकिन उनमें कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं. उन्हें अस्पताल की जरूरत भी नहीं पड़ रही है. सभी ठीक हैं. इन्हें अस्पताल के बजाए शहर के कोरोना केयर सेंटरों में रखा गया है. अब ज्यादातर ऐसे ही संक्रमित आ रहे हैं. इसे देखते हुए क्वारंटाइन सेंटरों को केयर सेंटरों में तब्दील किया जा रहा है.
दरअसल शहर में 46 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए थे. इनमें महीनेभर में ढाई हजार से ज्यादा लोग रुके, लेकिन 14 दिन पूरे होने और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें सेंटरों से छोड़ दिया गया. अब इन सेंटरों में एक हजार लोग ही रह रहे हैं. कई सेंटर पूरी तरह खाली हो गए हैं. क्वारंटाइन सेंटरों का सबसे बड़ा फायदा यह रहा कि एक हजार में से 400 कोरोना संक्रमित इन सेंटरों से ही अस्पतालों में पहुंचे, क्योंकि वे पूर्व में संक्रमित लोगों के संपर्क में रह चुके थे.
जानकारी के लिए बता दें की क्वारंटाइन सेंटरों में रहने वाले लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े, इसलिए उन्हें काढ़ा और च्वनप्राश भी दिया जा रहा है. उधर कई लोग खाने का मैन्यू एक जैसा रहने से परेशान भी हो गए हैं. उनका कहना है कि ज्यादातर आलू की सब्जी ही पार्सल में आती है. इन सेंटरों में म्यूजिक के कार्यक्रम और योगा क्लासेस भी शुरू किए गए है.
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