गांधीनगर। गुजरात राज्य के सिविल चिकित्सालय में मध्यरात्रि से लेकर अब तक करीब 11 नवजात शिशुओं की मौत को लेकर राज्य सरकार ने मृत्यु के कारणों और इसके विभिन्न पहलुओं की जांच के आदेश दे दिए। गौरतलब है कि, गुजरात के सिविल चिकित्सालय में 36 घंटे में 11 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई। दूसरी ओर अहमदाबाद, गुजरात के सिविल चिकित्सालय में शुक्रवार की आधी रात्रि से लेकर अब तक 11 नवजात शिशुओं की मौत के मामले में राज्य सरकार ने मौत के कारणों व इस समूची घटना की जांच के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने चिकित्सालय का दौरा किया और, मौतों को लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके पूर्व घटना को लेकर गांधीननगर में स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। इस मामले में सरकार ने एक विज्ञप्ति जारी की है। हालांकि सरकार ने बताया कि, जो बच्चे लाए गए थे उन्हें कई प्राणघातक बीमारियां थीं और, इन बच्चों का वजन भी कम था।
मारे गए बच्चों में एक बच्चा कैंसर से मारा गया तो दूसरे की मौत वजन कम होने से हुई। चिकित्सालय प्रशासन ने बताया कि, 24 घंटे में नौ नवजात शिशुओं की मौत हो गई। जिसमें पांच को लुणावाड़ा, माणसा, सुरेंद्रनगर, वीरमगाम, हिम्मतनगर आदि क्षेत्रों से लाया गया था। हालात ये हैं कि, ये बच्चे सेप्टीसीमिया से ग्रस्त हैं।
इन बच्चों को रक्त का थक्का जमने, रक्त बहने से रोकने की क्षमता प्रभावित होने और रक्त का संक्रमण होने की परेशानियों से निजात मिली है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने बताया कि, चिकित्सालय में बच्चों को बचाने के प्रयास किए गए हैं। मगर इसके बाद भी, कुछ शिशु जीवित नहीं रह सके हैं। गर्भवती महिलाओं के कुपोषित होने के चलते, गुजरात में जन्म के दौरान शिशुओं का कम वजन होना एक तरह की चुनौती बना हुआ है।
गुजरात के अस्पताल में 24 घंटे में 9 शिशुओं की मौत
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