उज्जैन: मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां मंदिर के पुजारी प्रतिनिधि श्रद्धालुओं से निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली कर रहे थे। बताया जा रहा है कि ये पुजारी प्रतिनिधि प्रति व्यक्ति 250 रुपए की जगह 1100 रुपए लेकर श्रद्धालुओं को नंदी हॉल से बाबा महाकाल के दर्शन करवा रहे थे। यह मामला तब उजागर हुआ जब उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचे एवं उन्होंने नंदी हॉल में अचानक श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ देखी।
सुबह के समय कलेक्टर नीरज कुमार सिंह जब बाबा महाकाल के दर्शन करने नंदी हॉल पहुंचे, तो उन्हें वहां एक असामान्य नजारा दिखाई दिया। नंदी हॉल में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी, जो नंदी हॉल की क्षमता से कहीं अधिक थी। कलेक्टर ने जब श्रद्धालुओं से बात की, तो उन्हें पता चला कि इन श्रद्धालुओं से विशेष रूप से अधिक राशि वसूल की जा रही थी। श्रद्धालुओं ने कलेक्टर को बताया कि उन्हें नंदी हॉल में बाबा महाकाल के दर्शन कराने के लिए पुजारी प्रतिनिधि और उनके सहायक प्रति व्यक्ति 1100 रुपए ले रहे थे, जबकि यह राशि महाकाल दर्शन के सामान्य शुल्क से कहीं अधिक थी।
श्रद्धालुओं ने यह भी बताया कि न केवल दर्शन के लिए उनसे यह राशि ली जा रही थी, बल्कि उन्हें यह भी बताया गया था कि इस रकम के बदले उन्हें बाबा महाकाल को जल अर्पित करने का विशेष अवसर प्राप्त होगा। यह सुनकर कलेक्टर नीरज कुमार सिंह तुरंत मामले की गंभीरता को समझते हुए सभी श्रद्धालुओं और पुजारी प्रतिनिधि तथा उनके सहायक को महाकाल थाने भेजने का निर्देश दिया।
इस मामले की जानकारी देते हुए एडीएम अनुकूल जैन ने बताया कि कलेक्टर के साथ इस मामले का संज्ञान लिया गया। उन्होंने कहा कि कलेक्टर नीरज कुमार सिंह जब सुबह मंदिर पहुंचे, तो यह मामला उनके सामने आया। कलेक्टर के निर्देश पर इस मामले में संबंधित श्रद्धालुओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और पुलिस इस मामले की पूरी तहकीकात कर रही है। पुलिस इस मामले में जांच के बाद सख्त कार्रवाई करेगी। एडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी सुबह मंदिर में मौजूद थे और इस घटना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने भी पुलिस को आवेदन देकर मामले में कठोर कार्रवाई की मांग की।