विपक्षी दलों के भारी बहस के मध्य राज्यसभा से भी एग्रीकल्चर विधेयकों को पारित कर दिया गया। एग्रीकल्चर उपज व्यवसाय तथा वाणिज्य विधेयक-2020 तथा कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता तथा कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को पारित कर दिया गया है। ध्वनिमत से पारित होने से पूर्व इन विधेयकों पर सदन में बहुत बहस हुई। वहीं 12 सांसद सदन में ही धरने पर बैठ गए।
वही सदन में समाप्त होने के पश्चात् भी कुछ सांसद राज्यसभा में धरने पर बैठे थे। हालांकि पश्चात् में राज्यसभा सांसदों ने सदन के भीतर से धरना समाप्त किया तथा संसद परिसर में गांधी जी की प्रतिमा के पास धरना देने लगे। विपक्षी पार्टियों के नेता गांधी स्टैचू पर धरने पर बैठे जिसमें कांग्रेस आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत कई पार्टी के नेता उपस्थित थे। कुछ समय पश्चात् सांसदों का यह धरना समाप्त हो गया।
वही धरने के दौरान कांग्रेस लीडर केसी वेणुगोपाल ने एग्रीकल्चर बिल को लेकर गवर्मेंट पर निशाना साधा। केसी वेणुगोपाल ने ट्वीट किया, पहले गवर्मेंट तब अध्यादेश लेकर आई जब सदन में उनके पास कृषक विरोधी कानून को निर्धारित करने के लिए सत्र नहीं था। अब सदन में वे बिना किसी मत विभाजन अथवा चर्चा के इसे पारित कराया। यह लोकतंत्र के लिए एक काला दिवस है। गवर्मेंट हमारे कृषको को किसी भी मूल्य पर क्रोनी-कैपिटलिस्टों की दया पर छोड़ने पर आमादा है। MSP तथा APMC का उन्मूलन लाखों व्यक्तियों की आजीविका को हानि पहुंचाएगा। इसी के साथ राज्यसभा बहुत हंगामा किया गया।
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