पटना: बिहार में कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस ने कहर ढाना शुरू कर दिया है. राज्य में लॉकडाउन लगाने के बाद कोरोना के नए मामलों में काफी कमी आई है, किन्तु ब्लैक फंगस ने फिर एक बार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ सरकार और आम जनता की परेशानी बढ़ा दी है. बीते 24 घंटे में सूबे के कोरोना से भी अधिक ब्लैक फंगस के मरीज अस्तपाल में एडमिट हुए हैं.
स्वाथ्य विभाग की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में ब्लैक फंगस से संक्रमित मरीजों की संख्या चार सौ के लगभग पहुंच चुकी है. वहीं, बीते 24 घंटे में 12 लोगों की ब्लैक फंगस के कारण मौत हो गई है. ऐसे में फंगस के कहर के मद्देनज़र राज्य सरकार ने सूबे के अस्पतालों में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए बेड की तादाद बढ़ा दी है. गौरतलब है कि बिहार में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र राज्य सरकार ने बीते शनिवार को उसे महामारी घोषित कर दिया है. इस बारे में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर ब्लैक फंगस को ऐपिडमिक डिजिज एक्ट के तहत अधिसूचित किया गया है. मंगल पांडेय ने कहा था कि इसके तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई निर्देश जारी किए गए हैं.
उन्होंने बताया था कि इस एक्ट के तहत सभी प्राइवेट और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की तरफ से म्यूकोरमायकोसिस (ब्लैक फंगस) के सभी संदिग्ध और प्रमाणित मरीजों के मामले को जिला के सिविल सर्जन के जरिए एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम, स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट किया जाएगा.
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