नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को बुधवार को 125 दिन पूरे हो गए. इस अवसर पर संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से एक प्रेस वार्ता की गई, जिसमें आगे के प्लान के बारे में जानकारी दी गई. किसानों के प्लान के अनुसार, किसान संसद की ओर भी कूच करने की तैयारी कर रहे हैं. हालांकि, संसद में किसान कब आंदोलन करेंगे, इसकी तिथिन अभी आई नहीं है, मगर किसानों का कहना है कि मई के पहले पखवाड़े में संसद की ओर कूच किया जाएगा. मतलब स्पष्ट है किसान अब सरकार पर दबाव डालने की रणनीति अपना रहे हैं.
संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, संसद कूच के दौरान उनके साथ महिलाएं, बेरोजगार युवा सहित समाज का हर वर्ग शामिल होगा. ये कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा. जिस दिन संसद पर प्रदर्शन किया जाएगा, उस दिन किसान अपने गांव-शहरों से दिल्ली की सरहद तक पहुंचेंगे. इसके बाद दिल्ली की कई बॉर्डर्स तक पैदल मार्च किया जाएगा. ये सब मई के पहले पखवाड़े यानी 15 मई से पहले होगा. हालांकि, इसकी तारीख नहीं बताई है.
गत वर्ष सितंबर में केंद्र सरकार ने कृषि तीन कानून लागू किए थे. इन्हीं तीन कानूनों के खिलाफ किसान गत वर्ष 26 नवंबर से दिल्ली की बॉर्डर्स पर डटे हुए हैं. किसान और सरकार के बीच 11 दौर की वार्ता भी हो चुकी है, मगर कोई सहमति नहीं बनी. किसान चाहते हैं कि सरकार तीनों कानूनों को वापस ले और MSP पर गारंटी का कानून लेकर आए. किन्तु सरकार का कहना है कि वो कानूनों को वापस रद्द नहीं कर सकती. यदि किसान चाहते हैं, तो उनके हिसाब से इसमें संशोधन किए जा सकते हैं.
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