उधमसिंह नगर : उत्तराखंड में किच्छा क्षेत्र के एक ग्राम में एक बेमेल विवाह को एनजीओ द्वारा रुकवाने का मामला सामने आया है. इस बेमेल हो रही शादी में नाबालिग दुल्हन की उम्र मात्र 13 साल थी, जबकि शादी रचाने आया दुल्हा अधेड़ होकर 45 साल का था. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शादी को तो रुकवाया ही, बारात को भी बेरंग लौटा दिया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में किच्छा क्षेत्र के ग्राम राघवनगर में शनिवार को राम निवास की 13 वर्षीय बेटी की शादी राधेश्याम (45) पुत्र मोहन लाल निवासी फाजिल्का पंजाब के साथ हो रही थी.शनिवार को जब बरात गांव में पहुंची तो दूल्हा -दुल्हन की जोड़ी को देख ग्रामीण दंग रह गए.इस बेमेल शादी की सूचना ग्रामीणों ने एक स्वयं सेवी संस्था महिला कल्याण समिति की संचालिका हीरा जंगपांगी के साथ ही पुलिस व जिला प्रशासन को दी.संचालिका स्वयं मौके पर पहुंची.
पुलिस ने शादी को रुकवाने के बाद दूल्हे के विषय में जानकारी ली तो राशन कार्ड में उसकी उम्र 45 वर्ष दर्ज मिली.पुलिस ने जब इस शादी पर दोनों परिवारों पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही तो बारातियों के माफी मांग लेने व गांव के ही कुछ लोगों द्वारा बीच-बचाव करने पर पुलिस ने दूल्हे व उसके साथ आए लोगों को चेतावनी दी और बारात को गांव से बिना दुल्हन के बेरंग लौटा दिया.एनजीओ की सक्रियता और गांव वालों की जागरूकता से एक नाबालिग बच्ची का जीवन बच गया.
मासूम भांजे के सामने मामी एक दिन मामी ने उतर दिए पुरे कपडे, फिर हुआ ऐसा
क्लीनिक पर काम करने वाले नौकर के साथ संबंध बनाने लगी जवान डॉक्टर