अमृतसर: कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले AAP दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए पंजाब को दोष देती थी, लेकिन अब, जब पंजाब में उनकी खुद की सरकार है, तो वे किसी और को दोष नहीं दे पा रहे। खेड़ा ने कहा कि दिल्ली की वर्तमान स्थिति 1998 से भी खराब है।
इस बीच, दिल्ली के कई इलाकों जैसे आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 से ऊपर पहुँच गया है। दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने इसका जिम्मा उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और राजस्थान पर डाल दिया है। वहीं, पंजाब में AAP सरकार पराली जलाने की समस्या को रोकने में नाकाम दिख रही है। धान की कटाई के इस मौसम में अब तक पंजाब में 1300 से अधिक पराली जलाने की घटनाएँ हो चुकी हैं, जिस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी पंजाब सरकार को फटकार लगाई है।
पवन खेड़ा ने यह सवाल उठाया कि जब पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी, तो AAP दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब में पराली जलाने को दोषी ठहराती थी। अब जबकि पंजाब में भी AAP की सरकार है, फिर भी वह पराली जलाने से रोकने में असफल है। इसके बावजूद, दिल्ली में प्रदूषण को लेकर AAP ने एक नया बहाना ढूंढ लिया है—अब वे उत्तर प्रदेश की डीजल बसों को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
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