आपने वो कहावत तो जरूर सुनी होगी कि कुछ चीजें कुदरत की दी हुई होती हैं. ये कहावत मध्य प्रदेश के रीवा जिले में रहने वाले यशस्वी मिश्रा (Yashasvi Mishra) के ऊपर एकदम सटीक बैठती है क्योंकि इस बच्चे ने मात्र 3 मिनट में 26 देशों का राष्ट्रध्वज (Flag) को पहचानकर एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. यह बच्चा सबसे कम आयु का पहला और दुनिया का दूसरा गूगल बॉय बन चुका है. अपने इस कारनामे के माध्यम से यशस्वी ने लंदन की वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम भी दर्ज करवा चुका है. इस बच्चे की मेमोरी पॉवर इतनी शार्प है कि जिस चीज को एक बार देख-सुन लेता है, उसे कभी हु नहीं भूलता हैं. आप कह सकते हैं कि इस बच्चे का दिमाग एकदम गूगल की तरह है.
रीवा जिले का रहने वाला ये बच्चा अभी ठीक से बोल तक नहीं पाता है, लेकिन अपनी प्रतिभा की वजह से वह सबसे कम उम्र में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने मे विश्व का पहला बच्चा बन चुका है.यशस्वी मिश्रा ने दो महीने पहले आयोजित लंदन वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड (London world book of record ) में जो कारनामा होश को उड़ा देने वाला है. इंटरव्यू में यशस्वी 26 देशों के झंडे पहचान लिए और उनकी राजधानी भी बता दी है.
मेमोरी पावर देख हर कोई रह गया हैरान: भले ही यशस्वी अभी छोटा हो लेकिन उसका रिकॉर्ड सबसे बड़ा है. यशस्वी की इसी प्रतिभा को देखकर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड वालों के भी होश उड़ गए क्योंकि अभी तक पास अभी तक 14 माह के बच्चों का कोई रिकॉर्ड नहीं था. इतना ही नहीं फिलहाल ये बच्चा 194 देशों के राष्ट्रीय ध्वज पहचानने का नया रिकार्ड बनाने की तैयारी में लगे हुए है.
यशस्वी के पिता संजय मिश्रा कहते हैं कि उनके बेटे की उनके बच्चे की मेमोरी पावर बेहद ही फ़ास्ट है. यही एक बार उसे कोई चीज बता दी जाए तो वह उसे कभी नहीं भूलता और जब कभी उससे दोबारा उसके बारे में पूछा जाए तो वह फटाक से उसका उत्तर भी दे रहा है. ख़बरों की माने तो गूगल बॉय के नाम से मशहूर कौटिल्य ने 4 साल की आयु में वर्ल्ड रिकॉर्ड का ख़िताब हासिल किया था. लेकिन यशस्वी ने महज 14 माह की आयु में यह कारनामा कर दिखाया है.
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