लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में लगभग 15 हजार दलितों ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म स्वीकार करने की धमकी दी है. कथित तौर पर इन दलितों ने 14 अप्रैल को बाबा साहेब आंबेडकर की जयंति के अवसर पर उनकी मूर्ति को दूसरे की जमीन पर स्थापित किया था जिसकी शिकायत पर स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने गैरकानूनी रूप से रखी गयी प्रतिमा को रात में हटवा दिया. मामला सुमेरपुर कस्बा के त्रिवेणी मैदान का है.
प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में दलितों ने राष्ट्रीय राजमार्ग को 10 घंटे तक जाम कर विरोध-प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन के बाद पुलिस ने दलितों को प्रतिमा वापस लौटा दी थी, मगर उसे विवादित स्थान पर लगाने की इजाजत नहीं दी. यही नहीं राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करने वालों लोगों के खिलाफ पुलिस ने प्राथमिकी भी दर्ज कर ली, जिससे आक्रोशित होकर हजारों दलितों ने धर्म परिवर्तन करने की धमकी दी है. दलितों के इस ऐलान ने जिला प्रशासन को परेशानी में डाल दिया है.
इतनी बड़ी संख्या में धर्म परिवर्तन के ऐलान के बाद भी जिला प्रशासन और पुलिस अफसर कुछ बोलने को तैयार नहीं है. दरअसल आंबेडकर जयंति के अवसर पर त्रिवेणी मैदान में चबूतरा बना कर डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापित की गई थी. जहां यह मूर्ति स्थापित की गई थी उसे लेकर अमर सिंह नामक शख्स ने दावा किया कि ये उसकी जमीन है और थाने में शिकायत दी थी. जिसके बाद पुलिस ने मूर्ति हटा दी थी, अब दलित समाज उस प्रतिमा को वहीं, दूसरे की जमीन पर स्थापित करने की मांग कर रहा है.
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