जयपुर: राजस्थान के उदयपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शहर के राधिका निकुंज में रखा गया था। जहां शहर के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता कार्यशाला में पहुंचे थे। कार्यशाला में लगभग 150 से ज्यादा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लंच किया। इसके बाद सभी कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी के समर्थन में विरोध करने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचने का कार्यक्रम था, मगर सिर्फ 40 पदाधिकारी और कार्यकर्ता ही जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे।
वहीं, दूसरे दिन देहात कांग्रेस कमेटी की तरफ से नव संकल्प घोषणापत्र के क्रियान्वयन पर विचार-विमर्श करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। ऑर्बिट रिजॉर्ट में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में पूरे देहात से लगभग 350 से ज्यादा पदाधिकारी पहुंचे, जहां सभी ने लजीज लंच का लुत्फ़ उठाया। इसके बाद राहुल गांधी के समर्थन में उदयपुर जिला कलेक्ट्री के बाहर विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा गया था, मगर पहले दिन लंच के बाद रफूचक्कर हुए कार्यकर्ताओं की तरह दूसरे दिन भी 350 कार्यकर्ताओं में से 100 कार्यकर्ता ही कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। ऐसे में ये सवाल भी उठ रहा है कि, जिस पार्टी को उसके कार्यकर्ता ही धोखा दे रहे हों, उस पर आम जनता क्या भरोसा करेगी ?
बता दें कि पूरे देश में कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का राहुल गांधी से हो रही पूछताछ का विरोध करते हुए उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है। मगर उदयपुर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता लंच करने के बाद विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की जगह गायब हो गए। बता दें कि राहुल गांधी को ED के नोटिस और पूछताछ के लिए बुलाने को लेकर देशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता उत्पात मचा रहे हैं। आज तो दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर आगज़नी भी की। ऐसे में सवाल यह है कि यदि राहुल गांधी बेकसूर हैं तो पूरी कांग्रेस पूछताछ से इतनी बौखलाई हुई क्यों है ?
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