इंदौर: मध्यप्रदेश सरकार कोरोना की जांचों को तेजी से बढ़ाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. वहीं अब, कोविड-19 की जांच की रफ्तार तेज करने के लिए शुक्रवार को करीब 1,600 नमूनों को विशेष विमान से पुडुचेरी के एक चिकित्सा शिक्षा संस्थान भेजा गया. इस बारें में अधिकारियों ने बताया कि इस महामारी के प्रकोप के वजह से प्रदेश की प्रयोगशालाओं पर नमूनों की जांच का भार ज्यादा है जिससे रिपोर्ट आने में देरी हो रही है. उन्होंने बताया कि भोपाल से प्रदेश सरकार के विशेष विमान से नमूनों को पुडुचेरी के जवाहरलाल स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (जिपमेर) भेजा गया है. इनमें इंदौर के 606 नमूने और भोपाल के लगभग 1,000 नमूने शामिल हैं.
इस बारें में अधिकारियों ने बताया कि जिपमेर, केंद्र सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन है और वहां से मध्यप्रदेश के नमूनों की कोविड-19 की जांच रिपोर्ट दो-तीन दिन में मिलने की उम्मीद है. इंदौर, प्रदेश में कोविड-19 के प्रकोप से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल हो गया है जहां पिछले एक महीने में इस महामारी के 1,029 मरीज मिल चुके हैं. इनमें से 55 लोगों की मौत हो चुकी है.
बता दें की इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) आकाश त्रिपाठी ने बताया है कि जिले में फिलहाल लगभग 1,200 नमूनों की कोविड-19 की जांच लम्बित है. उन्होंने बताया कि शहर की एक सरकारी प्रयोगशाला में और किटों का इंतजाम करते हुए नमूनों की जांच की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने बताया है कि इस सिलसिले में अलग-अलग निजी कंपनियों की अहमदाबाद और मुंबई स्थित दो प्रयोगशालाओं की मदद लेने की तैयारी भी की जा रही है. आयुक्त ने बताया, "दोनों प्रयोगशालाओं के लिये नमूनों की जांच की दर प्रदेश सरकार के स्तर पर तय की जा रही है. उम्मीद है कि जल्द ही इन प्रयोगशालाओं में इंदौर के नमूनों की जांच शुरू हो जायेगी जिससे हमें कोविड-19 की रिपोर्ट तेजी से मिलने लगेगी."
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