पटना: बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब का कहर देखने को मिला है। यहाँ जहरीली शराब पीने से हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें से भागलपुर में 8, बांका में 6 और मधेपुरा में 3 लोगों की शराब पीने के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। एक शख्स की आंखों की रोशनी भी चली गई। कुछ लोग अभी भी अस्पताल में एडमिट हैं।
भागलपुर के साहेबगंज के मामले में मृतक के परिजन जहरीली शराब को मौत का कारण बता रहे हैं, जबकि मधेपुरा के मामले में परिजन और पुलिस कुछ भी बोलने से कतरा रही है। यहां रात में ही तीनों लाशों का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। किसी का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया गया। भागलपुर में मृतकों की शिनाख्त विनोद राय, संदीप यादव, नीलेश कुमार, मिथुन कुमार के रूप में की गई है। सभी एक ही गांव के रहने वाले थे। वहीं, जहरीली शराब पीने से अभिषेक कुमार नामक शख्स की आंख की रोशनी चली गई है। उनका उपचार मायागंज अस्पताल में चल रहा है।
इसके अतिरिक्त भागलपुर स्थित नवगछिया के नारायणपुर में भी चार लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि अचानक पेट में दर्द हुआ और अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतकों में गोविंद साह, शिक्षक मनीष देव कुमार, सिंटू उर्फ अनिकेत और रास बिहारी शामिल हैं। वहीं मधेपुरा में मुरलीगंज प्रखंड हेडक्वार्टर से सटे दिग्घी पंचायत के वार्ड 2 के रहने वाले लोजपा प्रखंड अध्यक्ष (चिराग गुट) नीरज निशांत सिंह उर्फ बौआ (40), नागेंद्र सिंह के पुत्र परौकी सिंह (32) और मुरलीगंज नगर पंचायत के वार्ड-9 निवासी संजीव रमानी (25) की जान गई है। इसमें परौकी सिंह की मौत शुक्रवार को हुई थी।
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