नई दिल्ली। 2016 के विधानसभा चुनाव मे जब विपक्ष की पार्टियो ने ईवीएम मशीन के हैक होने की बात कही थी तब चुनावो को दोबारा बैलेट पेपर पर करने का मामला उठा था। उस वक्त इस मामले को लेकर काफी विरोध प्रदर्शन भी हुआ था लेकिन अंत मे चुनाव आयोग ने ईवीएम के हैक किए जाने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया था।
लेकिन अब बैलेट पेपर का मामला वापस तूल पकड़ रहा है। इस बार 17 राजनैतिक दलों ने चुनाव आयोग से 2019 के आगामी चुनाव को बैलेट पेपर पर कराने की मांग की है। चुनाव आयोग ने अभी तक इन दलों के नाम सार्वजनिक नहीं किए है लेकिन सूत्रो के मुताबिक खबर है कि इन दलों मे काँग्रेस, समाजवादी पार्टी, और बहुजन समाजवादी पार्टी भी शामिल है।
17 political parties to approach Election Commission, demanding 2019 general elections be conducted on ballot paper: Sources
— ANI (@ANI) August 2, 2018
इसके साथ ही कुछ ही दिन पहले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घोषणा की थी कि अगर अगले चुनाव बैलट से नहीं हुए तो वह बैलट सत्याग्रह चलाएंगे। उन्होने कहा कि “देश और लोकतंत्र के भविष्य के लिए हम सबसे अपील करते हैं कि वो ईवीएम को हटाए जाने के लिए हमारा साथ दें।” वहीं पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रफेसर रामगोपाल यादव ने चेतावनी दी थी कि इस मांग को लेकर सभी पार्टियों के साथ आंदोलन भी किया जा सकता है। सूत्रो का कहना है कि चुनाव आयोग द्वारा बैलेट पेपर से चुनाव करने की मांग न माने जाने पर आयोग के बाहर धारणा देने की भी योजना बन रही है।
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