इंदौर: इंदौर कोरोनाकाल में लड़ाई के लिए एकजुट हो रहा है। हाल ही में शहर ने सेवा की मिसाल कायम की है। जी दरअसल कोरोना की दूसरी लहर के 25 दिनों में ही अलग-अलग संगठनों और समाजसेवियों ने 18 करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम संक्रमण से लड़ने में खर्च कर दी है और आज भी यह सिलसिला चल रहा है। मिली जानकारी के तहत इस रकम से ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीनें खरीदी गई हैं, जो लोगों को फ्री उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके अलावा सेवा वाहन, एम्बुलेंस जुटाई गई हैं और मेडिकल उपकरण बैंक बनाए गए हैं, जहां से जरूरत पड़ने पर लोगों को घर पर ही फ्री सेवा दी जा रही है।
इसी के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क, सैनिटाइजर और दवाइयों के लिए मदद की पूरी चेन बन गई है। कम से कम दरों पर सीटी स्कैन समेत तमाम जांचें करवाने और जरूरतमंदों को खाना मुहैया करवाने जैसी तमाम सेवाएं इंदौर में चल रहीं है। कलेक्टर मनीष सिंह के साथ प्रमुख संस्थाओं की बैठक में ऑक्सीजन प्लांट के लिए आधे घंटे में ही सवा करोड़ रुपए इकट्ठा कर लिए गए। वहीं अगले दिन राशि ढाई करोड़ पर जा पहुंची और इससे कोविड सेंटर पर दो प्लांट बन रहे हैं।
इसी के साथ इंदौर में महावीर जयंती के जुलूस और स्वामी वात्सल्य की राशि भी सेवा के लिए रख ली गई। बताया जा रहा है दोनों समाज 10-10 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीनें और दूसरे जरूरी उपकरण खरीदेंगे। इसके अलावा दिगंबर जैन समाज 200 बेड का हॉस्टल कोविड केयर सेंटर को देने को तैयार है, जिसका खर्च भी समाज ही उठाएगा। इसी के साथ अग्रवाल समाज 251 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर मशीनें खरीद रहा है और इसकी बुकिंग कर दी गई है। कहा जा रहा है इसी हफ्ते में ये मशीनें आने लगेंगी और इन्हें लोगों को फ्री दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ राधास्वामी सत्संग ब्यास में बनाए गए अस्थाई कोविड केयर सेंटर के लिए 30 संस्थाओं और 270 लोगों ने 7।5 करोड़ रुपए की राशि दी, इसमें से 4 करोड़ रुपए तो महज दो दिन में जुटा लिए गए।
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