पिछले भाग में में हमने आपको शिवजी के सोलहवे अवतार के बारे में बताया था.आज हम आपको बतायेगे शिवजी के सत्रहवें अवतार के बारे में . तो आइये जानते है क्या था शिव जी का सत्रहवाँ अवतार -
पार्वती के पिता हिमाचल से उनकी पुत्री का हाथ मागंने के लिए शिवजी ने सुनटनर्तक वेष धारण किया था. हाथ में डमरू लेकर शिवजी नट के रूप में हिमाचल के घर पहुंचे और नृत्य करने लगे. नटराज शिवजी ने इतना सुंदर और मनोहर नृत्य किया कि सभी प्रसन्न हो गए.
जब हिमाचल ने नटराज को भिक्षा मांगने को कहा तो नटराज शिव ने भिक्षा में पार्वती को मांग लिया. इस पर हिमाचलराज अति क्रोधित हुए. कुछ देर बाद नटराज वेषधारी शिवजी पार्वती को अपना रूप दिखाकर स्वयं चले गए. उनके जाने पर मैना और हिमाचल को दिव्य ज्ञान हुआ और उन्होंने पार्वती को शिवजी को देने का निश्चय किया.
अगले भाग में हम आपको शिव जी अठारवे अवतार की जानकारी देंगे -