1971 में इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं, जब पाकिस्तान ने बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) पर हमला कर दिया था। बांग्लादेश को आज़ाद कराने में इंदिरा गांधी की बड़ी भूमिका मानी जाती है। लेकिन बहुत कम लोग ही इस बात को जानते होंगे कि, इस युद्ध में भारत की सेना ने पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों और नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनमें पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या 81 हजार और नागरिकों की संख्या 12 हजार थी।
लेकिन इस युद्ध के बाद इंदिरा गांधी ने उन सभी युद्धबंदियों को पाकिस्तान वापस भेज दिया था। जबकि इसी युद्ध के दौरान पाक द्वारा पकड़े गए 54 भारतीय सैनिकों को छुड़ाने के लिए कोई समझौता नहीं किया गया। इन 54 सैनिकों को आज भी देश में Missing 54 कहा जाता है। इन 54 सैनिकों में 30 थल सेना के सौनिक और 24 वायु सेना के सैनिक थे। काश, उस वक़्त कोई नेता पहल करता तो 'अभिनन्दन' की तरह माँ भारती के वे 54 पुत्र भी वापस आ जाते और शायद पाकिस्तान के 93 हज़ार सैनिकों को रिहा करने के एवज में कश्मीर समस्या सुलझा ली गई होती।
1971 के युद्ध में शहदात देने वाले तमाम भारतीय रणबांकुरों और पाक द्वारा गिरफ्तार किए गए 54 वीर जवानों को नमन और श्रद्धांजलि। जय हिन्द जय भारत ..।
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