1983 के विश्व कप की जीत को याद करते हुए, भारत के पूर्व कप्तान कपिल देव ने शुक्रवार को कहा कि टीम यह साबित करना चाहती थी कि वह एकदिवसीय क्रिकेट खेल सकती है। बता दें कि 38 वर्ष पूर्व 25 जून को ही टीम इंडिया ने इतिहास रचा था, जब उन्होंने पहली बार ICC क्रिकेट विश्व कप जीता था। यह उस समय भारत की सबसे बड़ी क्रिकेट जीत थी, क्योंकि उन्होंने दो बार के विजेता वेस्टइंडीज को 43 रनों से हराकर प्रतिष्ठित ट्रॉफी जीती थी।
कपिल देव ने मीडिया को बताया कि, "हम खुद का आनंद ले रहे थे और हमारा एक लक्ष्य था और हम साबित करना चाहते थे कि हम एकदिवसीय क्रिकेट खेल सकते हैं। विश्व कप से पहले की यात्रा भी महत्वपूर्ण थी क्योंकि हमने अच्छा एकदिवसीय क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था।" उन्होंने कहा कि, "टूर्नामेंट आगे बढ़ने के साथ ही हमारा आत्मविश्वास बढ़ता गया और हम आखिरकार 25 जून को जीत गए।" पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट टीम कैसे विकसित हुई है, इस बारे में बताते हुए पूर्व कप्तान ने कहा कि, "प्रशासन बेहतर है, अच्छी सुविधाएं हैं, इसलिए खेल में सुधार होगा। आज हमारे पास वह सब कुछ हो सकता है जो एक टीम के पास होना चाहिए। साथ ही, परिवर्तन समय के साथ आते हैं और यह एक दिन में नहीं होता।''
उन्होंने कहा कि, "एक समय था जब हम सोचते थे कि हम क्वालीफाई कर पाएंगे या नहीं और अब हम जीतने के बारे में सोचते हैं, यही अंतर है।" न्यूजीलैंड ने बुधवार को भारत को हराकर पहला ICC विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीत ली। इस पर कपिल देव का कहना है कि टीम इंडिया ने टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचने तक के लिए संघर्ष करने से एक लंबा सफर तय किया है।
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