राजौरी एनकाउंटर में 2 सैन्य अधिकारी और 2 जवान हुए शहीद, मुठभेड़ अब भी जारी

राजौरी एनकाउंटर में 2 सैन्य अधिकारी और 2 जवान हुए शहीद, मुठभेड़ अब भी जारी
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राजौरी: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले से एक बड़ी घटना सामने आई है। बुधवार को आतंकवादियों एवं सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद हो गए। इसमें कैप्टन लेवल के दो अफसरों एवं 2 जवान को जान गंवानी पड़ी। वहीं दो अन्य जवान चोटिल हो गए। सेना के अफसर ने बताया कि घायल जवानों को उपचार के लिए चिकित्सालय ले जाया गया है। अफसरों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया है तथा भीषण मुठभेड़ जारी है। उन्होंने कहा कि आतंकियों को मार गिराने के लिए और ज्यादा जवानों को भेजा गया है। उधर, इसी वर्ष मई महीने में भी राजौरी के कंडी क्षेत्र में आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर में सेना के 5 जवान शहीद हो गए थे। इस वर्ष यह दूसरा मौका है जब इतने बड़े आंकड़े में सेना के जवानों ने शहादत दी है।

अफसरों ने कहा कि सुरक्षाबलों ने मौके पर दो आतंकियों को घेर लिया है तथा भीषण मुठभेड़ जारी है। उन्होंने कहा कि मुठभेड़ के चलते दो कैप्टन, एक हवलदार और एक जवान शहीद हो गए। अफसरों ने कहा कि एक मेजर एवं एक अन्य जवान घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों को उधमपुर स्थित सैन्य चिकित्सालय ले जाया गया है। पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल क्षेत्र में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी एवं तलाश अभियान के चलते आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ आरम्भ हो गई। सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर’ ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट क्षेत्र में संयुक्त अभियान आरम्भ किया गया।

वही ‘व्हाइट नाइट कोर’ की तरफ से कहा गया है कि 22 नवंबर को मुठभेड़ हुई तथा भीषण डायरिंग हुई। स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में सक्रिय आतंकवादियों का पता लगाने के लिए रविवार से ही घेराबंदी एवं तलाशी अभियान जारी है। एक ग्रामीण ने बताया क‍ि अभियान की वजह से हमें घर पर ही रहने और बाहर न निकलने के लिए कहा गया था। हमारे बच्चे घर पर ही रहे एवं स्कूल नहीं गए। उन्होंने बताया कि गांव के नजदीक वन क्षेत्र में मुठभेड़ जारी है। अफसरों ने कहा कि बाजीमाल में मुठभेड़ स्थल पर घेरे गए दोनों आतंकवादी विदेशी नागरिक प्रतीत होते हैं तथा रविवार से क्षेत्र में घूम रहे थे। उन्होंने कहा कि आतंकियों ने एक उपासना स्थल पर भी शरण ली थी।

वही इससे पहले इसी वर्ष मई महीने में राजौरी जिले के कंडी क्षेत्र में आतंकवादियों एवं सुरक्षा बलों के बीच एनकाउंटर में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। सेना की तरफ से बताया गया था क‍ि एनकाउंटर के चलते हुए आईईडी ब्‍लास्‍ट में दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए थे। जबक‍ि तीन जवानों ने उपचार के चलते दम तोड़ द‍िया था।

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