हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शानदार जीत हासिल की है, जिससे पार्टी का उत्साह चरम पर है। चुनाव परिणामों के बाद, दो निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। ये विधायक हैं राजेश जून और देवेंद्र कादियान, जिन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में सफलता हासिल की थी। चुनावी प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और अन्य बीजेपी नेताओं के साथ बैठक के बाद दोनों ने पार्टी की सदस्यता ली।
निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत
देवेंद्र कादियान ने सोनीपत जिले की गन्नौर सीट से चुनाव जीतने का गौरव हासिल किया। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप शर्मा को 35,209 वोटों के भारी अंतर से हराया। गन्नौर सीट पर बीजेपी का उम्मीदवार देवेंद्र कौशिक तीसरे स्थान पर रहा। कादियान ने यह चुनाव निर्दलीय रूप से लड़ा, क्योंकि उन्हें बीजेपी की ओर से टिकट नहीं मिला था। उन्होंने 10 सितंबर को एक भावुक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि वह गन्नौर से बीजेपी का टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज किया। इस कारण उन्होंने बीजेपी छोड़ने का निर्णय लिया।
राजेश जून ने भी कांग्रेस से टिकट न मिलने के कारण निर्दलीय रूप से बहादुरगढ़ सीट पर चुनाव लड़ा। उन्होंने बीजेपी के उम्मीदवार दिनेश कौशिक को 41,999 वोटों के अंतर से हराया। इन दोनों की जीत ने बीजेपी में और मजबूती प्रदान की है।
बीजेपी की ऐतिहासिक जीत
हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने हैट्रिक लगाने का रिकॉर्ड बना लिया है, जो अपने आप में एक उपलब्धि है। इससे पहले, हरियाणा में कोई भी पार्टी लगातार तीन बार चुनाव नहीं जीत पाई थी। बीजेपी ने इस चुनाव में 48 सीटें जीती हैं, जो उसके लिए अब तक की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले 2014 में पार्टी ने 47 सीटें और 2019 में 40 सीटें जीती थीं।
चुनाव के नतीजों से पहले कांग्रेस की वापसी का अनुमान लगाया जा रहा था, लेकिन पार्टी को केवल 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इसके अलावा, इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) ने 2 सीटें जीतीं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने 3 सीटें अपने नाम कीं। बीजेपी के इस जीत के बाद पार्टी ने अपनी स्थिति को और मजबूत करने का फैसला किया है। पार्टी नेताओं का मानना है कि इस जीत के बाद हरियाणा में विकास और जनहित के मुद्दों पर जोर देने की जरूरत है। बीजेपी की इस जीत ने पार्टी की नीति और कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।कुल मिलाकर, हरियाणा में बीजेपी का यह प्रदर्शन उसके लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है। पार्टी की इस शानदार जीत से यह संकेत मिलता है कि जनता ने उसके विकासात्मक कार्यों को सराहा है और भविष्य में भी इसी दिशा में काम जारी रहेगा।
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