पटना : बिहार के बहुचर्चित आदित्य हत्याकांड के मामले में पुलिस ने जेडीयू विधायक मनोरमा देवी के पति बिंदी यादव और अंगरक्षक राजेश कुमार से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान जब बाॅडीगार्ड ने पुलिस को बरगलाने का प्रयास किया। ऐसे में आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत किया। अब इन दोनों को ही 14 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोप लगाया है कि बिंदी यादव और मनोरमा देवी ने अपने बेटे राॅकी के फरार होने में सहायता की है।
आरोपियों की बयानबाजी से ऐसा लगता है कि पुलिस को बरगलाया गया है। दरअसल बिंदी यादव का कहना था कि विधायक पुत्र राॅकी तो दिल्ली में था। उसका कहना था कि बेटे की हाथापाई हुई थी। जिसके बाद आत्मरक्षा को लेकर आदित्य ने गोली चलाई। बिंदी द्वारा कहा गया कि राजनीतिक साजिश के अंतर्गत उन्हें फंसा दिया गया है। उन्होंने खुद को परेशान किए जाने की बात भी कही।
उल्लेखनीय है कि विधायक पुत्र राॅकी अपनी आॅडी लेकर कहीं जा रहा था। रास्ते में बोधगया से गया की ओर जाने वाली एक लैंडरोवर कार एक दूसरे से आगे निकल गई। ऐसे में दुर्घटना हो गई। विधायक पुत्र और व्यवसायी में कहा सुनी हो गई मामले में दोनों का विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि विधायक पुत्र ने गोली चला दी जो कि कारोबारी को जा लगी। इस घटना को लेकर गया में हंगामा हो गया।