मुंबई: महाराष्ट्र के नागपुर जिले में कस्तूरचंद पार्क (केपी ग्राउंड) में खुदाई के दौरान महानगरपालिका के कर्मचारियों को चार तोपें मिली हैं। यह तोपें अंग्रेज़ों के समय की बताई जा रही हैं। इतिहासकार इन तोपों को 1813 से 1817 के बीच की बता रहे हैं। फ़िलहाल, आर्मी ने इन तोपों को अपने कब्जे में ले लिया है। दरअसल, इन दिनों नागपुर महानगरपालिका केपी ग्राउंड को विकसित करने का काम कर रही है। सौंदर्यीकरण के तहत बगीचा, पार्किंग, पैदल पथ (वॉकिंग ट्रैक) तैयार किए जाने हैं।
इसके साथ ही मैदान में पानी जमा न हो, इसलिए बड़ी ड्रैगन लाइन बिछाई जा रही है। इसी लाइन की जेसीबी से की जा रही खुदाई के दौरान यह तोपें मिली हैं। पालिका के कर्मचारियों के मुताबिक, जेसीबी से खुदाई के दौरान लोहे की कोई चीज टकराई थी। ऐसे में और खुदाई करने पर एक-एक कर नौ फीट छह इंच लंबी चार तोपें मिलीं। इनके साथ में तोपों को खड़ा करने वाला एक स्टैंड भी खुदाई में निकला।
इस मैदान में एक स्मारक भी है जिसमें पहले से ऐसी ही तीन तोपें और रखी हुईं हैं। इतिहासकर भा.रा.अंधारे के मुताबिक, वर्ष 1817 से 1818 तक दूसरे भोसले राजा की सेना ने अंग्रेजी सेना के साथ जंग लड़ी थी। उस समय अंग्रेजों ने तोपें इस्तेमाल की थीं। युद्ध के बाद तोपें यहीं रह गई होंगी। हो सकता है वक़्त के साथ तोपें जमीन में धंस गई हों।
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