हैदराबाद : 2013 में दिलख़ुशनगर में हुए दोहरे बम धमाको ने सबको हिला कर रख दिया था. इसमें 18 लोगों की मृत्यु हुई थी तथा 131 लोग घायल हुए थे. इस बम धमाके के पांचो आरोपियों को आज तेलंगाना की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई हैं. 3 साल बाद ही सही बम धमाको में आहत हुए लोगों को आज थोड़ा सा सुकून मिला होगा.
तेलंगाना की एक अदालत ने इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) के वरिष्ठ कमांडर अहमद सिद्दीबप्पा जरार उर्फ यासीन भटकल और चार अन्य आरोपियों को 2013 में दिलसुखनगर में हुए दोहरे बम धमाकाें के मामले में दोषी करार देते हुए आज मौत की सजा सुनाई हैं. अदालत ने यासीन भटकल, असदुल्लाह अख्तर, तहसीन अख्तर, रियाज भटकल और जिया उर रहमान उर्फ वकास को दोहरे बम धमाके की साजिश रचने व उसे अंजाम देने का दोषी माना और सजा-ए-मौत की सजा सुनाई हैं.
गौरतलब हो कि हैदराबाद के दिलखुश बाजार में हुए इस दोहरे बम धमाके में 18 लोगों कि मृत्यु हो गई थी और एक गर्भवती महिला सहित 131 लोग घायल हो गए थे.