नई दिल्ली : दिल्ली सरकार में संसदीय सचिव बनाए गए 21 आम आदमी पार्टी के विधायक आज चुनाव आयोग को अपना जवाब सौंप सकते है। चुनाव आयोग द्वारा इन विधायकों को नोटिस जारी कर पूछा गया था कि इनकी सदस्यता क्यों नहीं रद्द की जानी चाहिए।
विधायकों को इसके जवाब के लिए 11 अप्रैल तक का समय दिया गया था। लेकिन बाद में उन्होने जवाब के लिए 6 सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा था, जिसके बाद उन्हें 10 मई तक का समय दिया गया था। सचिवों का कहना है कि उन्होने दिल्ली सरकार से उन सभी भत्तों और सुविधाओं की लिस्ट मांगी है, जो उन्हें दी जाती है।
जब उनके पास जवाब आ जाएगा, तो वो चुनाव आयोग को भेज देंगे। इस मामले में जब परिवहन मंत्री गोपाल राय से पूछा गया कि जब सरकार इस बात को स्वीकारती है कि संसदीय सचिव का पद कोई लाभ का पद नहीं है, तो फिर जवाब में इतनी देरी क्यों। इस पर राय ने जवाब दिया कि सरकार इस मसले पर कानूनी राय ले रही है।
इस मामले में एक निजी टीवी चैनल को इंटरव्यू देते हुए दिल्ली के एलजी नजीब जंग ने कहा था कि दिल्ली के 21 विधायकों पर सदस्यता रद्द होने का खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि नियमानुसार संसदीय सचिव का पद ऑफिस ऑफ़ प्रॉफिट के दायरे में आता है और कानून के तहत दिल्ली में केवल 1 संसदीय सचिव हो सकता है और वह भी सीएम ऑफिस से जुड़ा हुआ।
पिछले वर्ष दिल्ली सरकार ने अपने 21 विधायकों को अलग-अलग मंत्रालयों में संसदीय सचिव का पद दे दिया था। इसी पर चुनाव आयोग ने इस साल मार्च में नोटिस जारी कर पूछा कि उनकी सदस्यता क्यों नहीं रद्द की जानी चाहिए। दिल्ली विधानसभा के सचिव रह चुके एस के शर्मा का कहना है कि केवल वेतन भत्ता या आर्थित लाभ ही लाभ के पद का पैमाना नहीं होता।
यदि किसी संसदीय सचिव को एक कमरा भी मिलता है, तो वो भी लाभ के दायरे में आता है, क्यों कि उस कमरे में लगी लाइट, एसी व पंखआ भी तो सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ डालेगी। चूंकि आप के विधायकों को विधानसभा में ऑफिस दिए गए है, तो वो लाभ के पद के अंतर्गत आते है।
इन विधायकों में जरनैल सिंह, राजौरी गार्डन, जरनैल सिंह, तिलक नगर, नरेश यादव, मेहरौली, अल्का लांबा, चांदनी चौक, प्रवीण कुमार, जंगपुरा, राजेश ऋषि, जनकपुरी, राजेश गुप्ता, वज़ीरपुर, मदन लाल, कस्तूरबा नगर, विजेंद्र गर्ग, राजिंदर नगर, अवतार सिंह, कालकाजी, शरद चौहान, नरेला, सरिता सिंह, रोहताश नगर, संजीव झा, बुराड़ी, सोम दत्त, सदर बाज़ार, शिव चरण गोयल, मोती नगर, अनिल कुमार बाजपई, गांधी नगर, मनोज कुमार, कोंडली, नितिन त्यागी, लक्ष्मी नगर, सुखबीर दलाल, मुंडका, कैलाश गहलोत, नजफ़गढ़, आदर्श शास्त्री, द्वारका का नाम शामिल है।