अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का काम इस समय बहुत तेजी से हो रहा है। वहीं दूसरी तरफ राम जन्मभूमि परिसर के अस्थाई मंदिर में विराजमान रामलला कई सौ वर्षों बाद (करीब 500 वर्षों के बाद) आज (13 अगस्त) यानी नाग पंचमी के दिन चांदी के झूले में विराजमान हुए हैं। जी दरअसल यहाँ सावन महीने में झूला उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने 500 वर्षों के बाद पहली बार चांदी का झूला लगा है जिस पर रामलला सवार हुए हैं और अब उनका वीडियो ट्विटर पर शेयर किया गया है जो आप यहाँ देख सकते हैं।
शताब्दियों पश्चात चांदी के झूले पर सवार हुए
— Shri Ram Janmbhoomi Teerth Kshetra (@ShriRamTeerth) August 13, 2021
भगवान श्री रामलला सरकार।
श्रावण पंचमी के शुभ दिन पर जन्मभूमि स्थित अस्थायी मन्दिर परिसर में झूले पर श्री
रामलला सरकार संग चारों भाई ले रहे हैं झूलनोत्सव का आनंद! pic.twitter.com/KKSQge28va
जी दरअसल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने वीडियो ट्वीट किया है और कैप्शन में लिखा है, 'शताब्दियों पश्चात चांदी के झूले पर सवार हुए भगवान श्री रामलला सरकार। श्रावण पंचमी के शुभ दिन पर जन्मभूमि स्थित अस्थायी मन्दिर परिसर में झूले पर श्री रामलला सरकार संग चारों भाई ले रहे हैं झूलनोत्सव का आनंद!' आप सभी जानते ही होंगे कि इससे पहले रामलला को लकड़ी के झूले में झुलाया जाता था। वहीं जब राम मंदिर निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आया तो उसके बाद अब चांदी का झूला लाया गया है और भगवान श्री राम को उस पर विराजमान किया गया है।
अब श्री राम जी को रक्षा बन्धन पर्व तक झूले पर ही झुलाया जाएगा। आपको बता दें कि यह झूला 21 किलो चांदी के द्वारा बनाया गया है। इस झूले में सभी चीजें चांदी से तैयार की गई है। यहाँ तक की झूले की डोरी भी चांदी से ही बनी है। यहाँ चल रहा झूला उत्सव पूर्णिमा के दिन तक चलता रहेगा।
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